बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैम्पों को चिन्हित कर तुरंत हमला करना चाहिए. उन्होंने कहा कि उरी में शहीद हुए 18 जवानों के लिए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी. तेजस्वी ने केन्द्र से सवाल कर पूछा कि अब किस चीज का इंतजार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को किसने बांध रखा है. जवानों के बलिदान के बाद यह साफ होना चाहिए कि सरकार का कदम क्या होगा. लेकिन साथ में तेजस्वी ये भी कहते है कि इन्हें पता ही नहीं है कि हमला कहां करना है. उन्होंने सुझाव दिया कि अमेरिका की तरह हमारे पास भी सिस्टम होना चाहिए. जहां भी आतंकवादियों का कैम्प हो उसको चिन्हित कर कार्रवाई करनी चाहिए.
'शहीदों के परिजनों को 5 लाख या 10 लाख देना राजनीति'
कश्मीर पर चिन्ता जताते हुए तेजस्वी ने कहा कि कश्मीर हमारे हाथों से निकला जा रहा है. ऐसे में ठोस कदम उठाने की जरूरत है. इसलिए केन्द्र सरकार को बताना चाहिए कि वो क्या करने वाली है. बिहार में शहीदों के परिजनों को सहायता राशि को लेकर उठे विवाद पर विराम लगाते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के सम्मान में कोई कमी नहीं होनी चाहिए. 5 लाख या 10 लाख देना तो राजनीति है. शहीदों ने जो देश के लिए किया उसकी भरपाई करोड़ों रूपए देकर भी नहीं की जा सकती है. बिहार सरकार शहीदों के परिवार के साथ है.