बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सच बोलने की गुहार लगाई है. यहां सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि तेजस्वी यादव को प्रधानमंत्री मोदी को सच बोलने के लिए कहना पड़ा ?
दरअसल, किस्सा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट से शुरू हुआ. रामनवमी के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता को अपनी शुभकामनाएं दीं. फिर क्या था तेजस्वी यादव ने जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्वीट देखा उन्होंने प्रधानमंत्री को जवाबी ट्वीट किया और सवाल उठाया. सवाल था... देश के युवाओं को नौकरी देने से जुड़ा जिसका वादा नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान देश की जनता से किया था.
अपने ट्वीट में तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी से रामनवमी के शुभ अवसर पर सच बोलने की गुजारिश की और कहा कि उन्हें कम से कम सच बोलना चाहिए कि आखिर युवाओं को सालाना दो करोड़ नौकरी देने का वादा पूरा करने की शुरूआत कब होगी ?
आदरणीय मोदीजी, आज रामनवमी के शुभ अवसर पर तो कम से कम सच बोल ही दिजीए कि युवाओं को सालाना 2करोड़ नौकरी देने का वादा कब पूरा करना शुरू करेंगे https://t.co/hP6aiYeZad
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 4, 2017
इससे पहले भी कई बार तेजस्वी यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार कर चुके हैं. पिछले महीने ही जब 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया जा रहा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की जनता को शुभकामनाएं दी थी तो तेजस्वी ने जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर खोखली शुभकामनाएं देने का आरोप लगाया था और कहा था जिस बिहार प्रदेश ने 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान बीजेपी को 31 सांसद दिए, उस राज्य की जनता जो विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रही है, उस मुद्दे पर पिछले 3 साल से प्रधानमंत्री खामोश बैठे हैं.
आज इस शुभ अवसर पर अपने वादेनुसार बिहार को "विशेष राज्य" का दर्जा दे देते इसलिए तो बिहारवासियों ने आपके 31 MP जिताये थे। सर 3 साल हो गए है https://t.co/HB2VFf5tXs
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 22, 2017