केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, नीतीश बाबू के नेतृत्व में शासन और प्रशासन की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है जिससे लोगों की भलाई को लेकर चिंता बढ़ रही है. यह देखना निराशाजनक है कि कुछ लोग अपनी आजीविका सुरक्षित करने के लिए भ्रामक रणनीति का सहारा ले रहे हैं. इन मुद्दों को संबोधित करना और एक स्थिर और पारदर्शी प्रशासन सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है जो वास्तव में लोगों की जरूरतों को पूरा करता है.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, 'इस स्पष्ट विरोधाभास को उजागर करते हुए, हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने वित्तीय सहायता के माध्यम से राज्यों को सशक्त बनाने के लिए उल्लेखनीय प्रतिबद्धता दिखाई है. बिहार के मामले में, केंद्र सरकार ने पिछली यूपीए सरकार की तुलना में काफी अधिक धनराशि आवंटित की है, खासकर मनरेगा और आवास जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए. वित्तीय सहायता का यह स्तर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच एक मजबूत साझेदारी, विकास को बढ़ावा देने और नागरिकों की जरूरतों को अधिक प्रभावी ढंग से संबोधित करने का संकेत देता है.'
बिहार सरकार पर बोला हमला
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि यह याद रखना जरूरी है कि केंद्र द्वारा आवंटित उन संसाधनों के कुशल उपयोग के बारे में भी है. पारदर्शी शासन, कार्यक्रमों का प्रभावी कार्यान्वयन और लोगों के कल्याण के लिए वास्तविक चिंता प्रमुख कारक हैं जो एक सफल प्रशासन में योगदान करते हैं. आइए आशा करें कि घमंडिया गठबंधन पीएम के कुर्सी मोह के दिवास्पन से बाहर निकल स्थिति को स्थिर करने और प्रत्येक व्यक्ति, विशेषकर जरूरतमंदों की भलाई को प्राथमिकता देने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा.
सवालों के घेरे में नीतीश सरकार
बताते चलें कि बिहार सरकार इन दिनों अपनी खराब कानून व्यवस्था को लेकर सवालों के घेरे में है. अररिया में पत्रकार की हत्या के बाद से विपक्षी दल नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं. इसके अलावा बिहार की राजधानी पटना में एक मामले में आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बीते दिन हमला कर दिया गया. आरोपियों के परिजनों ने घर की छत से जमकर पथराव किया. इस हमले में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. आनन-फानन घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल, पुलिस ने 3 महिला समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया.