scorecardresearch
 

छठ पूजा में घूमने आए तीन बच्चों की फल्गू नदी में डूबने से हुई मौत

छठ में घूमने के लिए रिश्तेदारों के घर पहुंचे तीन बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गई. आश्चर्य की बात यह है कि नदी में पानी भी कम ही था. फिर कैसे हो गई मौत जानिये...

Advertisement
X
तीन बच्चों की नदी में डूबने से हुई मौत
तीन बच्चों की नदी में डूबने से हुई मौत

Advertisement

एक ओर जहां पूरे बिहार में छठ पर्व के अवसर पर हर्षोउल्लास का माहौल है, वहीं जहानाबाद के घोसी थाना के सुकियामा में फल्गु नदी में डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई.

मृतकों में दो बच्चे सहोदर भाई थे, जो कि मनिचक गावं के इस्लामपुर थाना के रहने वाले थे, जो अपने ननिहाल छठ पर्व में आए हुए थे.

छठ के पावन अवसर पर नहाय खाय के दिन सभी को नदी में स्नान करते देख चार बच्चे नहाने के लिए नदी में चले गए और गहरे पानी में डूब गए. एक को बचा लिया गया. सभी बच्चे 10-12 वर्ष के थे.

इस घटना से गांव में मातम का माहौल है. गौरतलब है कि घोसी थाना के लोदीपुर निवासी संजय पांडेय के घर छठ पर्व के लिए परिवार के कई सदस्य शिरकत करने आए हुए थे.

Advertisement

आज सुबह घर के चार बच्चे शौच करने सुकियामा स्थित फल्गू नदी के किनारे गए हुए थे. इसी बीच बच्चे नहाने के लिए नदी में गए और पांव फिसलने से बच्चे गढ़े में चले गए.

देखते ही देखते चारो बच्चे डूबने लगे. आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से एक बच्चे को बचा लिया गया. उस घायल बच्चे को इलाज के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जबकि तीनों बच्चों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई.

मृतकों में दो बच्चे अंकित कुमार और देव कुमार रिश्ते में सहोदर भाई थे, जो कि इस्लामपुर नालंदा जिले के रहने वाले थे.

जबकि एक घोसी थाना के लोदीपुर का निवासी था. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को नदी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए जहानाबाद भेज दिया है.

पुलिस मामले की जांच कर रही है. हालांकि नदी में पानी कम था. लेकिन प्रशासनिक विफलता के कारण पिछले कई वर्षों से सुकियामा स्थित फल्गु नदी से बालू की खुदाई होने के कारण नदी काफी गहरा हो चूका है और आए दिन इस तरह डूबने की घटना होती रहती है.

Advertisement
Advertisement