scorecardresearch
 

धर्मेंद्र प्रधान ने की नीतीश से मुलाकात, पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने का किया अनुरोध

प्रधान ने कहा कि नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान निजी तौर पर भी उनसे अपील करते हुए कहा कि बिहार में भी पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली वैट की दरों में 5 फीसदी तक की कमी की जाए.

Advertisement
X
धर्मेंद्र प्रधान और नीतीश कुमार
धर्मेंद्र प्रधान और नीतीश कुमार

Advertisement

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पटना में मुलाकात की. इस दौरान धर्मेंद्र प्रधान ने नीतीश से आग्रह किया कि बिहार में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट की दरों में 5 फीसदी की कटौती की जाए जिससे आम आदमी को इसका फायदा मिल सके.

नीतीश कुमार से मुख्यमंत्री आवास 1, अणे मार्ग में मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर केंद्र और राज्य दोनों सरकारें टैक्स वसूलती हैं. ऐसे में आम आदमी के हितों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर दो रुपये प्रति लिटर एक्साइज ड्यूटी में कटौती करने का फैसला लिया है. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आम आदमी को और राहत पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से अपील करते हुए कहा कि वह राज्यों में लगने वाले वैट की दरों में 5 फीसदी तक की कमी करें.

Advertisement

प्रधान ने कहा कि नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान निजी तौर पर भी उनसे अपील करते हुए कहा कि बिहार में भी पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली वैट की दरों में 5 फीसदी तक की कमी की जाए. धर्मेंद्र प्रधान ने स्वीकार किया कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद राज्य सरकार को राजस्व का काफी नुकसान हुआ है. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने उम्मीद जताई कि नीतीश सरकार आम आदमी के हितों को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट की दरों में कुछ कमी जरूर करेंगे.

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि बहुत जल्द आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाएगा.

गौरतलब है कि गुरुवार को धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि आज हमें लगा कि एक्साइज़ ड्यूटी जनता को चुभ रही है तो हमने कम कर दी. उन्होंने कहा कि इस अपील को बीजेपी शासित राज्यों और गैर बीजेपी शासित राज्यों के रूप में नहीं देखना चाहिए. जनता को फायदा मिले इसके लिए राज्यों को वैट में 5 प्रतिशत की कमी करनी ही चाहिए.

Advertisement
Advertisement