यूपी के सीएम योगी अदित्यनाथ ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के समर्थकों के सीबीआई जज शिवपाल सिंह को फोन करने के मामले में रिपोर्ट मांगी है. योगी ने लालू समर्थकों के जालौन से फोन कर देवघर चारा घोटाले केस में पैरवी करने के आरोपों में जांच के आदेश दे दिए हैं.
झांसी के कमिश्नर इस मामले में अपनी जांच रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री कार्यालय को सौंपेंगे. इस मामले में जालौन डीएम और एसडीएम की भूमिका की जांच झांसी कमिश्नर करेंगे, क्योंकि कथित तौर पर इनपर ही जज को फोन करने का आरोप लगा है.
मीडिया रिपोर्टस के हवाले से छपी खबरों के मुताबिक इन अधिकारियों ने रांची के सीबीआई जज शिवपाल सिंह को कथित रूप से फोन कर लालू यादव की पैरवी की थी. जालौन के डीएम ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसी किसी पैरवी और फोन किए जाने से इनकार किया था.
जालौन डीएम मन्नान अख्तर ने कहा, 'मैंने न तो किसी को फोन किया और न मैंने किसी से ऐसी बात की है. मेरा बिहार से कोई कनेक्शन नहीं है. मैं असम का रहने वाला हूं। मुझे नहीं लगता कि इस प्रकार की घटना पर कोई टिप्पणी करूं, क्योंकि जो रिपोर्ट है उसमें भी कुछ लिखा नहीं है.'
उन्होंने कहा, 'अगर ऐसी कोई बात है तो मीडिया को अपने सूत्र सामने रखने चाहिए. इससे ज़्यादा मुझे कुछ नहीं कहना.' डीएम मन्नान अख्तर ने कहा कि अगर किसी के पास ऐसा कुछ सबूत है तो उसे लेकर आना चाहिए.