केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद से कुशवाहा उन पर सीधे हमले से बचते रहे हैं, लेकिन रविवार को मुजफ्फरपुर में उनके तेवर बदले हुए नजर आए. उसकी वजह यह है कि एक दिन पहले यानी शनिवार को इंडिया टुडे के SOS Bihar मंच पर जब नीतीश कुमार से आरएलएसपी नेता और केंद्रीय मंत्री कुशवाहा के बयान पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने बातचीत का स्तर ऊंचा रखने की बात की.
उपेंद्र कुशवाहा ने इस पर नीतीश कुमार से ही पूछ लिया कि उनकी डीएनए रिपोर्ट आई या नहीं. 2015 में इसी मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था. आज उन्हीं के मंत्री कुशवाहा ने रिपोर्ट की मांग कर दी.
महासम्मेलन में:- आदरणीय @NitishKumar जी,
आप और हम लव-कुश परिवार से ही हैं, तो आप ऊँचे और मैं नीचे स्तर का कैसे हुआ ?
क्या मैं और मेरे #रालोसपा साथी गरीबों, शोषितों, पीड़ितों और वंचितों के सम्मान व न्याय लिए सदन से सड़क तक संघर्षरत हैं, इसीलिए निम्न हैं? pic.twitter.com/WPxC1MaY5z
— Upendra Kushwaha (@UpendraRLSP) November 4, 2018
कुशवाहा ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने किसी और संदर्भ में डीएनए की बात कही थी. लेकिन मेरे बड़े भाई नीतीश कुमार ने हजारों कार्यकर्ताओं के बाल और नाखून दिल्ली भेज दिए, पता नहीं अपना बाल या नाखून भेजा था या नहीं. लेकिन अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आई है. बिहार की जनता जानना चाहती है कि रिपोर्ट में क्या है?'
कुशवाहा लगातार कह रहे थे कि नीतीश कुमार को अब राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए. अगला आम चुनाव किसी और के चेहरे पर लड़ना चाहिए. कुशवाहा के इसी सवाल को लेकर ये सारा मामला सामने आया है. कुशावाहा ने कहा, 'मुझे दुख हुआ कि बड़े भाई ने मुझे नीच कहा, जब हम लव और कुश समाज से हैं तो मैं नीच कैसे हो गया.' उन्होंने रैली में कहा, 'जब नीतीश कुमार से मेरी पार्टी के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बातचीत के नीचे स्तर तक न जाएं.'
नीतीश और कुशवाहा विवाद अब तूल पकड़ने लगा हैं. अब इसमें प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी कूद गए हैं. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अहंकारी कह डाला. उन्होंने ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री पर हमला बोला.
कुशवाहा के नाम पर क्या बोले थे नीतीश
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने बातचीत के स्तर को नीचे करने की बात की थी, लेकिन कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार ने उन्हें नीच कहा है. उन्होंने कहा कि वो दलित पिछड़े की आरक्षण की बात करते हैं, इसलिए नीच हैं, वह सामाजिक न्याय की बात करते हैं इसलिए नीच हैं क्या?
तीन से ज्यादा सीट की मांग दोहराई
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी इस बार पिछले लोकसभा चुनाव से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को मुजफ्फरपुर में कहा कि लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर वह सम्माजनक समझौता चाहते हैं. पिछले चुनाव को हुए पांच साल बीत गए. उनकी पार्टी की ताकत लगातार बढ़ रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में तीन सीटें मिलीं थीं जिन पर उनकी पार्टी को जीत मिली थी. इस बार उनकी ताकत को गठबंधन के साथियों को कम नहीं आंकना चाहिए.
इस बार के लोकसभा चुनाव में जेडीयू एनडीए में फिर शामिल हुई है. इसकी वजह से बीजेपी लोक जनशक्ति पार्टी के साथ साथ राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को भी अपनी सीटें कम करनी पड़ रही हैं. लेकिन कुशवाहा का मानना है कि उनकी सीटें बढ़नी चाहिए. हालांकि सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की तरफ से कुशवाहा को 2 सीटों का ऑफर है.
सीट बंटवारे का संभावित फॉर्मूला
एनडीए में सीटों के बंटवारे के फार्मूले के अनुसार बीजेपी और जेडीयू बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. ये 17-17 की संख्या हो सकती है. 4 सीटों से लोक जनशक्ति पार्टी चुनाव लड़ेगी जबकि राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी को 2 सीटों पर संतोष करना पडेगा. लेकिन अगर रासलोपा एनडीए से बाहर जाती है तो उसके हिस्से की दोनों सीटे लोक जनशक्ति पार्टी को जा सकती हैं.