बिहार में उपेंद्र कुशवाहा के काफिले पर हमला हुआ है. जब कुशवाहा बक्सर से पटना वापसी कर रहे थे, कुछ लोगों ने उनके काफिले पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. वे तो इस हादसे में बच गए, लेकिन काफिले पर हुए हमले से बिहार की राजनीति में फिर सियासी उबाल आ गया है.
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर लिखा कि अभी भोजपुर जिला के जगदीशपुर में नयका टोला मोड़ के पास से गुजर रहे काफिला में शामिल मेरी गाड़ी पर कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक हमला कर दिया, पत्थर फेंका. सुरक्षाकर्मियों के दौड़ने पर सभी भाग निकले. अब किसने पत्थर फेंके, क्यों फेंके गए, अभी तक स्पष्ट नहीं है. लेकिन बिहार में पिछले कुछ दिनों में ऐसा कई बार देखा गया है जब नेताओं के काफिले पर इसी तरह से पत्थर फेंके गए हों. अब ये तो कुशवाहा ने दावा किया लेकिन बिहार पुलिस का कहना है कि कोई पत्थर नहीं फेंके गए. इस वजह से विवाद ज्यादा बढ़ गया है.
काफिले पर हमले पुराना विवाद
कुछ दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के काफिले पर भी ऐसे ही हमला किया गया था. जब वे बक्सर में थे, तब उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा और काफिले पर पत्थर फेंके गए. कहा गया था कि बिहार के बक्सर में किसानों ने जमीन के मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. ऐसे में जब अश्विनी चौबे मौके पर पहुंचे तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा.
वैसे इस समय उपेंद्र कुशवाहा को लेकर बिहार की राजनीति में वैसे भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तकरार सामने आ चुकी है. उनका आरोप है कि उन्हें पार्टी के अंदर अपनी बात रखने के लिए कोई प्लेटफॉर्म नहीं मिल रहा है. सीएम द्वारा भी कभी उन्हें फोन नहीं मिलाया गया. उनकी तरफ से लगातार मांग हो रही है कि जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक बुलाई जाए. वे साफ कर चुके हैं कि पार्टी छोड़कर नहीं जाने वाले हैं. लेकिन वे पार्टी में कुछ बदलाव जरूर चाहते हैं.
शशि की रिपोर्ट