यूपी में उमेश पाल मर्डर केस में पूछताछ के लिए बाहुबली अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. इसे लेकर तमाम तरह की चर्चाएं और सियासत तेज हो गई. अब बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्ष की बयानबाजी पर तंज कसा है. गिरिराज सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रोड इंस्पेक्टर नहीं हैं, जो ये आश्वासन दे सकें कि जिस पुलिस वाहन में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद को लाया जा रहा है, उसका वही हश्र नहीं होगा जो विकास दुबे का 2020 में हुआ था.
बता दें कि कानपुर के बिकरू कांड के बाद फरार चल रहा विकास दुबे पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था. तब जिस पुलिस वैन में विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लेकर लाया जा रहा था, वह पलट गई थी. इस बीच, कार से निकलकर भागते वक्त विकास दुबे का एनकाउंटर हो गया था. अब यूपी पुलिस गैंगस्टर अतीक को गुजरात जेल से सड़क के रास्ते प्रयागराज लाने की तैयारी कर रही है. इसमें करीब 36 घंटे का समय लग सकता है. ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर तंज कसा और कहा- मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) ने अपने मंत्रियों को बता दिया होगा कि गाड़ी पलट जाएगी, तभी उनके मंत्री ऐसे बयान दे रहे हैं.
'योगी यूपी के सीएम हैं, रोड इंस्पेक्टर नहीं...'
विपक्षी दल के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया. उन्होंने आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा- उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मजबूत प्रशासन के कारण अतीक अहमद को निश्चित रूप से अपनी जान का खतरा होगा. उन्होंने आगे कहा- योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं न कि रोड इंस्पेक्टर. यह पुलिस वाहन के चालक का कर्तव्य है जिसमें अतीक अहमद को लाया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गाड़ी नहीं पलटे.
'माफियाओं और गुंडों के दिल में डर'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के शासन मॉडल ने उत्तर प्रदेश में माफियाओं और गुंडों के दिल में डर पैदा कर दिया है. योगी आदित्यनाथ किसी से बदला नहीं लेते हैं, लेकिन उनके काम करने के तरीके से उत्तर प्रदेश में माफियाओं और गुंडों के दिल में निश्चित रूप से मजबूत संदेश और डर है.
'प्रयागराज तक लाने में लगेगाा 36 घंटे का समय'
दरअसल, उमेश पाल हत्याकांड के मामले में अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ आरोपी हैं. अतीक अहमद गुजरात के साबरमती जेल में बंद है तो अशरफ इन दिनों बरेली जेल में कैद है. यूपी पुलिस गैंगस्टर अतीक को गुजरात जेल से प्रयागराज लाने की तैयारी कर रही है. पुलिस अतीक को सड़क के रास्ते से प्रयागराज लाएगी. इसमें करीब 36 घंटे का समय लग सकता है. यूपी पुलिस अतीक को रविवार को साबरमती जेल से लेकर निकलने वाली है. इससे पहले जेल में ही अतीक का मेडिकल टेस्ट भी किया जाएगा.
उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी है अतीक
25 जनवरी 2005 को हुए बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल मुख्य गवाह थे. गवाही से रोकने के लिए 28 फरवरी 2006 को उमेश पाल को अगवा किया गया था और जिसके बाद उमेश पाल ने कोर्ट में अपने बयान बदल दिए थे. अपहरण कर जबरन बयान दिलवाने के मामले में उमेश पाल ने 1 साल बाद यानी साल 2007 में धूमनगंज थाने में अतीक अहमद अशरफ और दिनेश पासी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी. इसी मामले में उमेश पाल की लगातार गवाही चल रही थी.
उमेश पाल की मां ने अतीक पर लगाया आरोप
24 फरवरी 2023 को उमेश पाल जब अपनी गवाही पूरी कर घर लौटे रहे थे, इसी दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल अपहरण कांड में कोर्ट ने 17 मार्च 2018 को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था. जबकि 28 मार्च को MP-MLA कोर्ट अतीक अहमद के साथ ही बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ और उसके करीबी दिनेश पासी को लेकर फैसला सुनाएगी. उमेश पाल की मां ने अतीक अहमद पर आरोप लगाया कि उसी की प्लानिंग के तहत उनके बेटे की हत्या की गई.