बिहार (Bihar) के सारण जिले में बीते गुरुवार दोपहर मुखिया प्रतिनिधि पर गोली चलाने के आरोप में 3 युवकों को कमरे में बंद करके उनकी पिटाई की गई थी. घटना में एक युवक की मौत हो गई थी. अब इस मारपीट से जुड़े कुछ वीडियो सामने आए हैं. वीडियो में तीन युवकों को कमरे में बंद करके लाठियों से बेरहमी के साथ पीटा जा रहा है.
युवक खुद को छोड़ देने की भीख माग रहे हैं. मगर, लाठी बरसा रहे युवक उनको नहीं छोड़ रहे हैं. पुलिस ने इस मामले में 5 नामजद आरोपियों सहित 50 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है. मुख्य आरोपी बताए जा रहे मुखिया प्रतिनिधि के भाई को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गुरुवार को हुई थी घटना
दरअसल, सारण के मांझी प्रखण्ड के मुबारकपुर में गुरुवार की दोपहर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव ने अपने ऊपर गांव के ही 3 युवकों पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाकर अपने समर्थकों द्वारा कमरे में बंद कर जमकर पिटाई करवाई थी.
बेरहमी से पीटे जाने के तीनों युवक गंभीर घायल हो गए थे. गुरुवार की रात इलाज के दौरान 35 साल के अमितेश सिंह राजपूत की मौत हो गई थी. वहीं, दो युवकों का इलाज पटना के निजी अस्पताल में जारी है. उनकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है. घायलों के नाम आलोक सिंह और राहुल सिंह हैं.
देखें वीडियो...
फार्म पर मुर्गा लेने के दौरान हुई थी घटना
घटना वाले दिन आरोपी मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव का बयान सामने आया था. इसके बाद से ही वह पूरे परिवार के साथ फरार है. विजय यादव ने कहा था कि बाइक सवार चार युवक अमितेश, राहुल, आलोक और गदरा आए हुए थे. सभी मेरी हत्या करने की बात कर रहे थे.
विजय का कहना था कि इन लोगों ने उस पर फायर किया था. मगर, हमले में वह बच गया था. इसी दौरान गांव के अन्य लोग भी आ गए और सभी ने मिलकर गोली चलाने वाले लोगों को पीटा था. अमितेश, राहुल और आलोक को पीटा गया था. वहीं, चौथा युवक गदरा मौके से भाग निकला था.
वहीं, घायल राहुल सिंह ने बयान दिया था कि हम फार्म पर मुर्गा खरीदने गए थे, इसी दौरान विजय यादव ने हम पर फायर किया और अपने लोगों से लाठियों से पिटवाया था.
मृतक के चाचा ने लगाया हत्या का आरोप
मृतक अमितेश के चाचा जयशंकर सिंह का कहना है कि अमितेश अपने खेत में पानी दे रहा था. सभी पार्टी करने के लिए मुर्गा लेने विजय यादव के फार्म पर गए थे. मगर, विजय ने साजिशन तीनों को पीटा और अमीतेश को मार डाला. उन्होंने यह भी बताया कि अमितेश इलेक्ट्रॉनिक की दुकान चलाता था. तीन साल पहले उसका विवाह हुआ था, उसकी एक बेटी भी है.
गांव में पुलिस तैनात
घटना के बाद से ही गांव में पुलिस की तैनाती है. आरोपी विजय यादव परिवार के साथ फरार है. पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है. पोस्ट मार्टम होने के बाद पीड़ित परिवार को अमितेश का शव सौंप दिया गया है. बताया गया है कि फरार आरोपी विजय यादव का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है. अमितेश सिंह राजपूत वाले मामले में पुलिस ने विजय सहित 5 नामजद और 50 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. विजय यादव के भाई जतुल यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस विजय की तलाश में छापे मार रही है.