बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने रोटी प्रदर्शन हुआ. सीतामढ़ी में नीतीश की सभा में महिलाओं ने रोटी के साथ नारेबाजी कर हर किसी को हैरान कर दिया. मंच पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह भी मौजूद थे. नीतीश के मंच पर आते ही रसोइया संघ से जुड़ी महिलाओं ने हाथ में रोटी लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. मुख्यमंत्री के सामने प्रदर्शन से अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. महिलाओं को मनाने के लिए सरकार के सचिव तक दौड़ पड़े.
ये महिलाएं रसोइया संघ से जुड़ी हैं, जो मुख्यमंत्री के सामने 15 सूत्री मांगों के लिए प्रदर्शन कर रही थीं. इनकी सबसे बड़ी मांग दैनिक मजदूरी 35 रुपए को बढ़ाने के साथ-साथ न्यूनतम वेतनमान 18000 करने की है. बाद में किसी तरह प्रदर्शनकारियों को शांत कराया गया, लेकिन उनका संदेश मुख्यमंत्री तक पहुंच गया. ये अलग बात है कि पावर ग्रिड का शिलान्यास करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसमें सियासी साजिश नजर आने लगी. इसके साथ ही नीतीश कुमार ने मिड डे मील को केंद्र की योजना बताते हुए प्रदर्शनकारियों की सारी मांगों से भी पल्ला झाड़ लिया.
बहकावे में न आएं, वरना नुकसान उठाइएगा
नीतीश कुमार ने कहा कि यह केंद्र सरकार की योजना है. हमारा वश चलता तो मिड डे मिल योजना को बंद कर देते. इसकी जगह पैसे बच्चों के बैंक खाते में भेज देते. बच्चा घर से खा कर स्कूल जाता. उन्होंने कहा हमें आपसे पूरी सहानुभूति है. लेकिन, यह केंद्र की योजना है और राज्य सरकार इसमें 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी दे रही है. आप किसी के बहकावे में न आएं. पूरी प्रतिबद्धता से बच्चों को स्वादिष्ट भोजन परोसें. संवेदनशील बनिए, अन्यथा नुकसान उठाइएगा. हमें चुनाव के नतीजों की कोई परवाह नहीं है. किसी कार्यक्रम में व्यवधान और हंगामा करना ठीक नहीं है.
चुनाव नतीजों की परवाह नहीं
नीतीश ने कहा कि समाज में प्रेम, शांति, सद्भाव कायम रहेगा, तभी विकास का पूरा लाभ मिलेगा. चुनाव के नतीजों की कोई परवाह नहीं है. जनता मालिक है. आप सब चाहेंगे तो सेवा करेंगे, नहीं चाहेंगे तो भी मेरी कोई शिकायत नहीं होगी.
रोशनी में भूत भाग गया
इससे पहले नीतीश ने सीतामढ़ी शहर से सटे परमानंदपुर में पावर ग्रिड का शिलान्यास, महिला आईटीआई और इनडोर स्टेडियम का उद्घाटन किया. इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है. पहले लोग ढिबरी और लालटेन से ही काम चलाते थे. अंधेरे में बच्चा घर से बाहर न निकले, इसलिए भूत का भय दिखाकर परिवार के लोग बच्चों को घर के अंदर रखते थे. लेकिन, अब बिहार के हर घर में बिजली पहुंच गई और बिजली की रोशनी में भूत भी भाग गया और ढिबरी-लालटेन भी खत्म हो गई. बच्चे रात में पढ़ने लगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में तीन बड़े पावर ग्रिड स्थापित करने का निर्णय लिया है. जल्द ही सहरसा में भी पावर ग्रिड का शिलान्यास होगा.
2019 में फिर बनेगी मोदी सरकार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2019 के चुनाव के बाद केंद्र में फिर नरेंद्र मोदी की सरकार बनेगी. 2014 में जब हम साथ में नहीं थे तो भाजपा की सरकार बनी. अब तो हम भी साथ में हैं.