देशभर में जब कोरोना वायरस की तीसरी लहर की चेतावनी दी जा रही है. गांव तक में कोरोना पैर पसारता जा रहा है. जब कोरोना के मरीज एक-एक बेड और वेंटिलेटर के लिए तरस रहे हैं, मर रहे हैं, तब बिहार में संसाधनों की बर्बादी करने का अपराध किया जा रहा है. आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि जिस ऑक्सीजन और वेंटिलेटर के लिए विदेशी मदद ली जा रही है. वही वेंटिलेटर अस्पतालों में बेकार पड़े हैं. सहरसा में तो 60 बेड के आधुनिक अस्पताल पर ताला लटका हुआ है. देखें आजतक संवाददाता रोहित कुमार सिंह की ये EXCLUSIVE रिपोर्ट.
At a time when the entire nation is battling the pandemic and people are grappling for hospital beds, a dedicated Covid hospital in Bihar, equipped with oxygen cylinders, remains shut as officials claim they do not have any patient who requires treatment at the facility.