6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने भरपूर तैयार की थी. हालांकि नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल होने के बाद ये पहला उपचुनाव था. लेकिन इसके बावजूद भी नीतीश कुमार प्रचार के लिए नहीं गए.