छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर जिलों में शनिवार को सुरक्षाबलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 17 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें 11 महिलाएं शामिल हैं. यह कार्रवाई केंद्र और राज्य सरकार की नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक खत्म करने की रणनीति के तहत की गई है.
सुकमा में 17 नक्सली ढेर
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच सुबह 8 बजे मुठभेड़ शुरू हुई. इसमें 17 नक्सलियों को मार गिराया गया. मारे गए नक्सलियों में विशेष जोनल कमेटी सदस्य और दरभा डिवीजन के सचिव कुडामी जगदीश उर्फ बुधरा भी शामिल है, जिस पर 25 लाख रुपये का इनाम था.
जगदीश 2013 में झीरम घाटी हमले समेत कई बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड था. इसके अलावा मारे गए नक्सलियों में चार एरिया कमेटी सदस्य भी शामिल हैं. बीजापुर जिले के नरसापुर-टेकामेटला गांव के जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इसमें एक नक्सली मारा गया और एक हथियार बरामद किया गया.
चार जवान घायल, हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद
इस ऑपरेशन में तीन जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एके-47 राइफल, एसएलआर, INSAS राइफल, .303 राइफल, रॉकेट लॉन्चर, बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (BGL) और अन्य विस्फोटक सामग्रियां बरामद की हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने की तारीफ
गृह मंत्री अमित शाह ने इस सफलता की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. पिछले 10 दिनों में ही सुरक्षाबलों ने बस्तर क्षेत्र के बीजापुर और कांकेर में 30 नक्सलियों को मार गिराया था.
इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में 134 नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें से 118 केवल बस्तर संभाग में ढेर किए गए हैं. सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है और इससे नक्सली संगठनों को भारी नुकसान हुआ है.