छत्तीसगढ़ के सुकमा में पुलिस को मिली बड़ी सफलता मिली है. भेज्जी थाना क्षेत्र में सक्रिय 4 महिला सहित 19 नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. इनमे से तीन नक्सलियों पर छत्तीसगढ़ सरकार ने एक-एक लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था.
नक्सल उन्मूलन अभियान और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने खोखली विचारधारा, अत्याचार और भेदभाव से तंग आकर हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज के मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला लिया.
जिन 19 नक्सलियों ने सरेंडर किया है उसमें केएएमएस अध्यक्ष, डीएकेएमएस सदस्य, आर्थिक कमेटी सचिव, मिलिशिया सदस्य शामिल हैं. ये सभी कई नक्सली घटनाओं में शामिल थे. आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली सुकना के भेज्जी थाना क्षेत्र के ही निवासी हैं.
नक्सलियों ने भेज्जी थाने में सीआरपीएफ कमांडेंट 219 वाहिनी नितिन कुमार, कोबरा ब्रुनो कमांडेंट 202, कमांडेंट 50 वाहिनी एन पी सिंह, नीरज कुमार, सूर्यकांत सिंह, पामुला किशोर, एएसपी सचिन्द्र चौबे, एसडीओपी गिरिजाशंकर साव, थाना प्रभारी देवेन्द्र ठाकुर के सामने हथियार डालकर आत्मसमर्पण किया.
आत्मसमर्पण के बाद नक्सली और उनके साथ आये सभी ग्रामीणों को सुरक्षा बलों द्वारा भोजन कराया गया.
गौरतलब है कि कोलाईगुड़ा कैम्प खुलने के बाद से जिला बल, सीआरपीएफ बलों द्वारा लगातार आसपास के क्षेत्रों में अभियानों के दौरान नक्सलियों की खोखली विचारधारा से लोगों को अवगत कराने का फायदा मिल रहा है. भटके हुए लोग मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं. (इनपुट - धर्मेंद्र सिंह)
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