छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. इनमें छह इनामी नक्सली भी शामिल हैं, जिन पर कुल 11 लाख रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बीजापुर पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में अयातु पुनम, पांडू कुंजाम, कोसी तामो, सोना कुंजाम और लिंगेश पडम पर दो-दो लाख रुपये का इनाम था, जबकि तिबरूराम मडवी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि अयातु पुनम प्रतिबंधित माओवादी संगठन की आंध्र-ओडिशा बॉर्डर (AOB) डिवीजन के प्लाटून नंबर 1 का सदस्य था. पांडू कुंजाम और कोसी तामो प्लाटून नंबर 9 और 10 में सक्रिय थे, जबकि सोना कुंजाम तेलंगाना राज्य समिति के प्लाटून सदस्य के रूप में कार्यरत था.
तिबरूराम मडवी जनताना सरकार का प्रमुख था, जबकि लखमा कडती दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन (DAKMS) का अध्यक्ष था. बाकी आत्मसमर्पण करने वाले निचले स्तर के नक्सली थे.
पुलिस के अनुसार, इन सभी ने माओवादी विचारधारा को अमानवीय और खोखला करार देते हुए सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति और पुलिस के पुनर्वास अभियान की तारीफ की है.
उन्होंने हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया. बीजापुर जिले में इस साल अब तक 107 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, 82 नक्सली पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं और 143 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है.