छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद पूर्व सीएम ने यह कहकर सबको चौंका दिया है कि दुर्ग लोकसभा सीट पर सरोज पांडे को हराने के लिए बीजेपी के नेताओं ने उनसे मदद मांगी थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी नेताओं ने इसके लिए पैसे की पेशकश की थी. जोगी का यह बयान उस समय आया है जब सरोज की हार पर बीजेपी में कानाफूसी हो रही है. सूबे की 11 लोकसभा सीटों में से केवल दुर्ग में बीजेपी की हार हुई है. सात सीटों पर तो जीत का अंतर लाख वोटों का है.
नरेंद्र मोदी की लहर के बावजूद दुर्ग में सरोज पांडे की हार पर जोगी का कहना है कि कांग्रेस से ज्यादा गुटबाजी बीजेपी में है. सरोज पांडे को उनकी ही पार्टी के लोग जीतने नहीं देना चाहते थे. चुनाव के दौरान कुछ बीजेपी नेता उनके संपर्क में आए, उन्होंने सरोज पांडे को हराने के लिए पैसे देने की बात भी कही. जोगी ने कहा कि भितरघात केवल कांग्रेस में नहीं हुआ, बीजेपी में भी जमकर भितरघात हुआ. कई जगह इसका असर दिखा. दुर्ग में यह ज्यादा नजर आया. जोगी के इस बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
हालांकि, बीजेपी ने जोगी के दावों को खारिज कर दिया है. बीजेपी के प्रदेश संगठन महामंत्री रामप्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस अपनी हार की समीक्षा करे. बीजेपी ने एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की. एक सीट हार गए, इसलिए गुटबाजी कहना गलत है. बल्कि एकता थी इसलिए हम 10 सीटें जीते. कांग्रेस खुद पिछले तीन चुनाव से एक ही सीट जीत रही है.
बहरहाल अब जोगी के इस बयान के बाद बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस के भीतर भी हलचल मचने के आसार हैं.