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छत्तीसगढ़: भरतपुर सोनहत में BJP के सामने किला बचाने की चुनौती

आपको बता दें कि इस साल के आखिर में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. तीनों ही राज्यों में अभी भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं. ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव के नज़रिए से ये चुनाव काफी अहम हैं.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में रणनीति बनना शुरू हो गया है. छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले की भरतपुर सोनहत विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी का गढ़ मानी जाती है. लेकिन इस बार राज्य सरकार पर एंटी इनकैम्बसी होने का खतरा है इसलिए यह सीट भी चुनावों में अहम रोल निभाएगी.

क्या है सीट का इतिहास..

पिछले दो चुनावों में ये सीट भारतीय जनता पार्टी के नाम ही रही है. एसटी कोटे के लिए आरक्षित इस सीट पर अभी भारतीय जनता पार्टी की चंपा देवी पावले विधायक हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के गुलाब कामरो को करीब 4 हजार वोटों से हराया था.

वहीं 2008 के चुनाव में भी ये सीट बीजेपी के पास थी, तब बीजेपी के फूलचंद सिंह यहां से विधायक थे. उस दौरान उन्हें करीब 38 हजार वोट मिले थे. फूलचंद ने कांग्रेस के गुलाब सिंह को करीब 8 हजार वोटों से हराया था.

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2013 विधानसभा चुनाव

चंपा देवी, बीजेपी कुल वोट - 42968

गुलाब कामरो, कांग्रेस कुल वोट – 38360

2008 विधानसभा चुनाव

फूलचंद सिंह, बीजेपी कुल वोट 35443

गुलाब सिंह, कांग्रेस कुल वोट 28145

इस चुनाव में अभी कांग्रेस और बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं. जबकि अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की ओर से इस सीट पर गुलाब सिंह चुनाव लड़ेंगे.

छत्तीसगढ़ के बारे में...

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं. राज्य में अभी कुल 11 लोकसभा और 5 राज्यसभा की सीटें हैं. छत्तीसगढ़ में कुल 27 जिले हैं. राज्य में कुल 51 सीटें सामान्य, 10 सीटें एससी और 29 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं.

2013 चुनाव में क्या थे नतीजे...

2013 में विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए गए थे. इनमें भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में लगातार तीसरी बार कांग्रेस को मात देकर सरकार बनाई थी. रमन सिंह की अगुवाई में बीजेपी को 2013 में कुल 49 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी. जबकि कांग्रेस सिर्फ 39 सीटें ही जीत पाई थी. जबकि 2 सीटें अन्य के नाम गई थीं. 2008 के मुकाबले बीजेपी को तीन सीटें कम मिली थीं, इसके बावजूद उन्होंने पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाई. छत्तीसगढ़ 2003 से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.

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