बीजेपी के शिखर पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार ने प्रदेश की दस हजार ग्राम पंचायतो में जनता की मांग को देखते हुए अटल चौक के निर्माण का फैसला लिया है.
साथ ही सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि प्रत्येक जिलों में कम से कम एक महत्वपूर्ण इमारत का नाम अटल जी के नाम पर होगा. बीजेपी सरकार के इस फैसले से कांग्रेस को एतराज है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए बीजेपी अटल जी के निधन का राजनीतिकरण करने में जुटी हुई है.
छत्तीसगढ़ में अटल लहर चल रही है. बीजेपी ने इस दावे के साथ राज्य की लगभग दस हजार ग्राम पंचायतों में अटल चौक के निर्माण का फैसला लिया है. इन चौराहों पर अटल जी की प्रतिमा लगाई जाएगी. यही नहीं छत्तीसगढ़ की नयी राजधानी नया रायपुर का नाम अब अटल नगर होगा. अभी तक बिलासपुर यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाने वाली सेंट्रल यूनिवर्सिटी अब अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाएगी.
वहीं मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृह नगर स्थित राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज का नया नाम अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज होगा. छत्तीसगढ़ सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाकर बाकायदा इस बाबत प्रस्ताव पारित किया है. कैबिनेट ने छत्तीसगढ़ निर्माण के प्रति स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के वादों और प्रयासों को पूरा किये जाने को लेकर उनके प्रति धन्यवाद प्रस्ताव भी पारित किया.
दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल की दलील है कि बीजेपी ने खुद अटल जी को भुला दिया था. पिछले दस साल के कार्यकाल में ना तो अटल जी का कोई बैनर पोस्टर लगा और ना ही मौजूदा नेतृत्व ने उन्हें कोई अहमियत दी. लेकिन चुनावी फायदे के लिए अब अटल जी को याद किया जा रहा है.
गौरतलब है कि बीजेपी ने अटल जी की अस्थियों को राज्य की सभी प्रमुख नदियों में प्रवाहित करने का फैसला लिया है. बुधवार को अटल जी का अस्थि कलश रायपुर लाया जाएगा. फिर करीब आधा दर्जन जिलों का भ्रमण कर रायपुर से सटे राजिम तीर्थ के त्रिवेणी संगम में उनकी अस्थियां प्रवाहित की जाएंगी. इसके अलावा महानदी, अरपा, शिवनाथ और रेणुका नदी में भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों का विसर्जन होगा.