scorecardresearch
 

आदिवासी नहीं, OBC बहुल है छत्तीसगढ़: बैस

छत्तीसगढ़ में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद रमेश बैस ने कहा है कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल नहीं, बल्कि ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) बहुल राज्य है. लेकिन लंबे समय से गुमराह किया जाता रहा है कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल राज्य है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की आबादी 32 फीसदी, जबकि ओबीसी की आबादी 50 फीसदी है.

Advertisement
X
रमेश बैस की फाइल फोटो
रमेश बैस की फाइल फोटो

छत्तीसगढ़ में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद रमेश बैस ने कहा है कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल नहीं, बल्कि ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) बहुल राज्य है. लेकिन लंबे समय से गुमराह किया जाता रहा है कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल राज्य है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की आबादी 32 फीसदी, जबकि ओबीसी की आबादी 50 फीसदी है.

Advertisement

बैस ने प्रदेश कुर्मी समाज के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में कहा, 'हमारे सामने आवाज उठाने वाला कोई नहीं है. अब बोलने का मौका आ गया है. हमें एक होकर बोलना होगा.'

बैस का यह बयान उस वक्त आया है जब बीजेपी में प्रदेश अध्यक्ष के लिए ओबीसी और आदिवासी दावेदार के बीच संगठन ऊहापोह की स्थिति में है. आदिवासी वर्ग से सांसद विक्रम उसेंडी और पूर्व मंत्री रामविचार नेताम का नाम चल रहा है, जबकि ओबीसी से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक प्रबल दावेदार हैं.

कौशिक का नाम पहले नंबर पर बताया जा रहा है, लेकिन आदिवासी वर्ग की बहुलता का हवाला देकर आदिवासी अध्यक्ष की लॉबिंग करने वाला एक प्रभावशाली तबका भी है. इस कारण बैस के बयान का सीधा असर प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति पर पड़ सकता है.

बैस प्रदेश बीजेपी के कोरग्रुप के प्रमुख सदस्यों में से एक हैं. यही वजह है कि उनके इस बयान के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि बैस ने जिस मंच से यह बात कही, उस पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक भी मौजूद थे.

Advertisement

बैस राजधानी के महाराष्ट्र मंडल सभागृह में सर्व कुर्मी समाज के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसा वातावरण बनाया जा रहा है कि कुर्मी समाज एक नहीं है. वह कई टुकड़ों में बंटा है, लेकिन सर्व कुर्मी समाज ने विजय बघेल को निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुनकर एकजुटता दिखाई है. यह संदेश पूरे प्रदेश में जाएगा.

बैस ने कहा, 'कुर्मी समाज से छत्तीसगढ़ में एक मंत्री अजय चंद्राकर हैं और एक सांसद मैं हूं. ऐसा नहीं है कि छत्तीसगढ़ के लोगों में दायित्व संभालने की प्रतिभा नहीं है. लेकिन कुछ बाहरी और कुछ समाज के ही लोग पैर खींचने में लगे रहते हैं. समाज के समर्थन से ही मैं राजनीति में हूं.'

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के सांसदों में सबसे ज्यादा बार जीतने वालों में चौथा नाम मेरा है. लालकृष्ण आडवाणी, सुमित्रा महाजन, करिया मुंडा और मैं रमेश बैस. कुर्मी समाज सभी ओबीसी समाज को लेकर आगे बढ़े. हमें सबको एक करना होगा.

Advertisement
Advertisement