प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के महासमुंद में चुनावी रैली को संबोधित किया. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने कांग्रेस पर करारा वार किया. मोदी ने नौजवानों को संबोधित किया और कहा कि जो लोग पहली बार वोट देने जा रहे हैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आपके चाचा-चाची, माता-पिता को जिन मुश्किलों का सामना करना पड़ा क्या आप चाहेंगे कि आपको भी वैसी ही मुश्किलें झेलनी पड़े. पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी ऐसा नहीं चाहेगा. पीएम ने कहा कि वो कौन लोग राज करते थे जब आपके पिता अपने सपने पूरे नहीं कर पाए. क्या आप फिर से ऐसे लोगों को सत्ता देना चाहेंगे.
मोदी ने कहा कि ऐसी गलती करने का हमें हक नहीं है. नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ 18 साल का हो गया है. जब बच्चा 18 साल का होता है तो उसके सपने जाग जाते हैं. 18 साल की उम्र का छत्तीसगढ़ तेज गति से दौड़ना चाहेगा, नए सपनों के साथ आगे बढ़ना चाहेगा. 18 से 23 तक की उम्र ऐसी होती है कि बच्चा अपना करियर बनाता है. इसी तरह अगले पांच साल तक छत्तीसगढ़ को संभाल रखे. पीएम ने लोगों से सीएम रमन सिंह का हाथ मजबूत करने की अपील की.Everyone knows what the Congress did to Sitaram Kesri Ji when he was the Congress party president. I challenge the Congress to appoint some able leader as their party president, who doesn't belong the family: PM Modi in Mahasamund #ChhattisgarhElections pic.twitter.com/QDMhINRtWp
— ANI (@ANI) November 18, 2018
पीएम ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पार्टी के लोग झूठ बोलने के आदी रहे हैं. पीएम ने कांग्रेस को चेताया और कहा, "क्यों झूठ बोल रहे हो, पचास साल तक आपने झूठ बोलकर देश को गुमराह किया, अब तो समझो, देश की जनता ने 440 से आपको 40 पर लेकर के खड़ा कर दिया है."
क्यों झूठ बोल रहे हो, पचास साल तक आपने झूठ बोलकर देश को गुमराह किया। अब तो समझो, देश की जनता ने 440 में से आपको 40 पर लेकर के खड़ा कर दिया है : पीएम @narendramodi https://t.co/lZyPPZaiiy #BJPWinning65Plus pic.twitter.com/0DKpYeEJEb
— BJP (@BJP4India) November 18, 2018
बता दें कि छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव में 18 सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान हो चुका है जबकि शेष 78 सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. बीजेपी के लिए लिए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सबसे महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां उसे अपनी सत्ता को बचाने की चुनौती है और इन राज्यों में उसका सीधा मुकाबला कांग्रेस से है.