छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में डेढ़ साल का मासूम बच्चा खेलते-खेलते गहरे कुएं में गिर गया. यह देखकर बच्चे की बुआ ने कुएं में छलांग लगा दी और अपने मासूम भतीजे को बचा लिया. कुएं में गिरने से बच्चे की सांसें बंद हो गई थीं. तुरंत ही बुआ ने अपने मुंह से सांस दी और मासूम की सांसें चलने लगीं.
हालांकि, इस दौरान युवती का पैर टूट गया. पूरे इलाके में बुआ की जांबाजी की चर्चा हो रही है. यह घटना केरेगांव की है. शाम के समय हर्ष ध्रुव खेल रहा था. घर पर कोई भी पुरुष नहीं था. बच्चे की मां और घर के अन्य सदस्य अपने-अपने काम में व्यस्त थे. इसी दौरान बच्चे की दादी को कुएं में जोर से गिरने की आवाज आई. तब जाकर उसने देखा कि हर्ष कुएं में गिर गया है.
बुआ ने कुएं में कूदकर मासूम बच्चे की बचाई जान
इसके बाद चीख पुकार मच गई. बच्चे की मां भी मौके पर पहुंची. मगर, उसकी भी हिम्मत नहीं हुई कि वह कुएं में कूद जाए. इस बीच बच्चे की बुआ गायत्री ध्रुव ने कुएं में छलांग लगा दी. वहां जाकर उसने बच्चे को तलाशा और मासूम मिल गया. अपनी जान जोखिम में डालकर गायत्री ने अपने भतीजे को बचा लिया.
भतीजे को बचाने के दौरान गायत्री का पैर टूट गया
मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत रस्सी कुएं में फेंकी और गायत्री बच्चे को लेकर ऊपर आ गई. उस दौरान बच्चे की सांसें नहीं चल रही थीं. बुआ गायत्री ने बच्चे को उल्टा किया और पेट दबाया. उसके मुंह से काफी पानी निकला और अपने मुंह से सांसें दीं फिर मासूम की सांसे चलने लगीं.
इसके बाद तुरंत बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है. कुएं की गहराई 29 फीट थी. पूरे इलाके में गायत्री के हौलसे को लोग सलाम कर रहे हैं.