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छत्तीसगढ़ में पहले दौर की 18 विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार थमा, 12 को वोटिंग

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले दौर के लिए प्रचार थमने से पहले कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. पहले चरण में राज्य की 18 नक्सल प्रभावित सीटों पर 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.

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फोटो- सुनील नामदेव
फोटो- सुनील नामदेव

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छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले दौर के मतदान के लिए प्रचार का दौर थम गया है. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. इन दलों के नेताओ ने धुआंधार चुनाव प्रचार किया. बता दें कि विधानसभा चुनाव के पहले चरण में राज्य की 18 नक्सल प्रभावित सीटों पर 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे.

वहीं, चुनाव प्रचार थमने के बाद प्रत्याशियों ने मतदाताओं के घरों का रुख किया है. वो घर-घर जाकर अपने पक्ष में वोट मांग रहे हैं. छत्तीसगढ़ में पहले दौर का चुनाव प्रचार थमने से पहले बीजेपी और कांग्रेस ने मतदाताओं को रिझाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी. राजनांदगांव में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री रमन सिंह ने लगभग तीन किलोमीटर लंबी रैली निकालकर रोड शो किया.

इस रोड शो में पूरे जिले के पंच और सरपंच से लेकर सत्ताधारी दल के संगठन और सरकार के नुमाइंदों तक ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई. राजनांदगांव शहर के गली-मोहल्लों से लेकर सभी प्रमुख मार्गों में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने लोगों का अभिवादन किया.

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बीजेपी ने चौथी बार सरकार बनाने का किया दावा

इससे पहले रायपुर में रमन सिंह और अमित शाह ने पार्टी का घोषणा पत्र जारी कर चौथी बार बीजेपी की सरकार बनने का दावा किया. बीजेपी ने ताल ठोक कर कहा कि उसकी सरकार ने छत्तीसगढ़ को बीमारू से विकसित राज्य बनाया है. लिहाजा अब उसके चौथे कार्यकाल में इस विकसित राज्य को समृद्ध राज्य बनाया जाएगा.

इसके लिए बीजेपी ने अपना 'विजन डॉक्यूमेंट' संकल्प पत्र के रूप में पेश किया. बीजेपी का दावा है कि उसका घोषणा पत्र कांग्रेस के घोषणा पत्र की तुलना में कही ज्यादा बेहतर है.

कांग्रेस बोली- जनता से वही वादे किए, जो पूरा कर सकते हैं

उधर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपनी पार्टी का मोर्चा संभाला हुआ है. चुनाव प्रचार थमने से पहले उन्होंने राजनांदगांव में पार्टी के प्रमुखों की बैठक ली और फिर बस्तर के लिए रवाना हो गए.

राहुल गांधी ने कोंडागांव, कांकेर के चारामा और जगदलपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित किया और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया. कांग्रेस बीजेपी के घोषणा पत्र पर भी नजर लगाए हुए थी. उसे बीजेपी के घोषणा पत्र में कोई ख़ास बात नजर नहीं आई. कांग्रेस को भरोसा है कि उसका घोषणा पत्र बीजेपी के घोषणा पत्र से कहीं ज्यादा बेहतर और भरोसेमंद है.

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कांग्रेस के मुताबिक उसने वही वादे जनता से किए हैं, जो वो पूरा कर सकती है. जबकि जनता बीजेपी के घोषणा पत्र को लेकर उस पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रही है.

चुनाव में 189 प्रत्याशी आजमा रहे हैं अपना भाग्य

छत्तीसगढ़ की पहले दौर की 18 विधानसभा सीटों पर कुल 189  प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इन सीटों में बाराह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है, जबकि एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. बाकी पांच सीटें सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हैं.

इन इलाकों में 31 लाख 79 हजार लोग अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. इनमें से महिला वोटरों की संख्या 16 लाख 21 हजार है, जबकि 15 लाख 57 हजार पुरुष मतदाता हैं. इसके अलावा 89 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. मतदाता आसानी से मतदान कर सकें, इसके लिए 4336 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

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