छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अफसरों को पार्टी में शामिल करने की होड़ लगी हुई है. छत्तीसगढ़ में भारतीय प्रशासनिक सेवा के दो अवकाश प्राप्त अधिकारी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. प्रदेश में इस साल के अंत तक विधान सभा चुनाव होने हैं.
भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और प्रदेश के पूर्व सूचना आयुक्त सरजियस मिंज रविवार को कांग्रेस में शामिल हुए जबकि पूर्व नौकरशाह आरपीएस त्यागी ने शनिवार को कांग्रेस का हाथ थामा था.
क्यों थाम रहे कांग्रेस का दामन
खास बात यह है कि दोनों ही अफसर अपने कार्यकाल में काफी सुर्ख़ियों में रहे और सचिव तथा प्रमुख सचिव के पद से रिटायर्ड हुए हैं. कांग्रेस का हाथ थामने वाले आरपीएस त्यागी मुख्यमंत्री रमन सिंह के करीबी रहे. यही हाल रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सरजियस मिंज का भी रहा. वह भी मुख्यमंत्री रमन सिंह के नजदीक रहे हैं.
रायपुर कमिश्नर से लेकर कई महत्वपूर्ण विभागों में वे लंबे समय तक प्रमुख के पद पर तैनात रहे. लेकिन मौजूद माहौल को देखते हुए दोनों ही अफसरों ने कांग्रेस का दामन थामने में देरी नहीं की. बताया जाता है कि आरपीएस त्यागी लंबे समय से कोरबा और कटघोरा विधानसभा सीट पर जोर-आजमाइश में जुटे हैं, जबकि सरजियस मिंज जशपुर की कुनकुनी सीट से भाग्य आजमाने में जुटे हुए हैं.
बता दें कि सरजियस मिंज 1978 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. मिंज मार्च 2016 में मुख्य सूचना आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. राज्य गठन के समय मिंज रायपुर संभाग के आयुक्त बनाए गए थे. उसके पूर्व वे ग्वालियर संभाग के आयुक्त भी रह चुके हैं.
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल समेत वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में सरजियस मिंज को पार्टी की सदस्यता दी गई है. शिशुपाल सोरी, आरपीएस त्यागी के बाद कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले वह तीसरे आईएएस अफसर हैं. सरजियस मिंज का दावा है कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए कोई आवेदन नहीं किया, बल्कि जनसेवा के लिए कांग्रेस से जुड़े हैं.
वहीं राज्य में अभी कई और आईएएस भाजपा, कांग्रेस, जोगी कांग्रेस में प्रवेश कर विधानसभा चुनाव में अपनी ताल ठोंक सकते हैं. इधर बताया जा रहा है कि रायपुर के पूर्व मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी के.आर. सोनवानी भी कांग्रेस प्रवेश की तैयारी में हैं.