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अब छत्तीसगढ़ में भी ब्लू व्हेल का हमला, बचाए गए आधा दर्जन शिकार

दुनियाभर से सैकड़ों जिंदगियों को छीन लेने वाला खतरनाक मोबाइल गेम ब्लू व्हेल ने छत्तीसगढ़ में भी बवाल मचा दिया है. जशपुर और दंतेवाड़ा जिले में लगभग आधा दर्जन बच्चे इसकी चपेट में आए हैं.

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ब्लू व्हेल का हमला
ब्लू व्हेल का हमला

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दुनियाभर से सैकड़ों जिंदगियों को छीन लेने वाला खतरनाक मोबाइल गेम ब्लू व्हेल ने छत्तीसगढ़ में भी बवाल मचा दिया है. जशपुर और दंतेवाड़ा जिले में लगभग आधा दर्जन बच्चे इसकी चपेट में आए हैं. हालांकि सिर्फ दो मामले ही पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं. शेष चार मामलों में परजिनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करना मुनासिब नहीं समझा.

नौकरीपेशा नौजवान भी खेल रहे ब्लू व्हेल गेम

ताजा मामला जशपुर के कांसाबेल विकासखंड के ग्राम चटेबा हाई स्कूल में पदस्थ एक महिला कर्मी का है. अपने पिता की मौत के बाद पीड़ित युवती तनाव में थी. तनाव दूर करने के लिए उसने ब्लू व्हेल को अपना साथी बना लिया. वो इस खेल में इतना रम गई कि उसने अपने हाथ को खुरेच कर ब्लू व्हेल की डिजाइन बना ली. वो जब ड्यूटी पर आई, तो कुछ देर सामान्य रही लेकिन उसके बाद उसकी मानसिक हालत खराब होती चली गई. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब स्कूल के शिक्षकों और स्टॉफ ने सहकर्मी के हाथ में खुरेचे जाने का निशान देखा. कर्मचारियों ने इसकी सूचना स्कूल प्रबंधन के साथ ही बगीचा विकासखंड के एसडीएम कुलदीप शर्मा को दी. एसडीएम शर्मा ने युवती और उसके परिजनों को अपने कार्यालय बुलाया.

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महिला के मोबाइल से डिलीट किया गया खूनी खेल

एसडीएम ने युवती को इस खेल से दूर रहने की सलाह देते हुए बारिकी से काउंसलिंग की. एसडीएम शर्मा ने उसे तीन दिन की छुट्टी देकर घर में आराम करने के लिए कहा है. फिलहाल युवती की हालत ठीक बताई जा रही है. वहीं उसके मोबाइल से उस गेम को डिलीट कर दिया गया है. इस मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई है. बताया जा रहा है कि ब्लू व्हेल गेम का लिंक इस युवती को किसी शख्स ने उसके जी-मेल अकाउंट पर भेजा था.

पिता के फोन पर खेलना शुरू किया गेम

दूसरा मामला दंतेवाड़ा का है. आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले राकेश (बदला हुआ नाम) ने अपने पिता के मोबाइल पर इस खेल के गुर सीखे. राकेश अक्सर अपने पिता के एंड्रॉएड फोन का इस्तेमाल वीडियो गेम खेलने के लिए करता था. उसके पिता बेफिक्र होकर उसे अपना मोबाइल दे दिया करते थे. दो-तीन दिनों से राकेश गुमसुम रहने लगा था. लगातार तीन चार बार गेम हारने के चलते उसने अपने दोस्त को ब्लू व्हेल गेम के बारे में बताया.

जब तीसरी मंजिल पर पहुंचा छात्र

घटना वाले दिन राकेश जब पड़ोस के तीन मंजिले मकान की पानी की टंकी के पास जब गुमसुम बैठा था तो मकान मालिक की नजर उस पर पड़ गई. राकेश के हाथों में मोबाइल था और वो रो रहा था. मकान मालिक को माजरा समझ नहीं आया, लेकिन उसने इसकी सूचना उसके परिजनों को दी. बातचीत के बाद पता चला कि राकेश ब्लू व्हेल गेम में काफी दिलचस्पी ले रहा था. संभवतः वो मौत को गले लगाने के इरादे से तीसरी मंजिल पर चढ़ा था. राकेश और उसके पिता को पड़ोस में रहने वाले एक पुलिस अधिकारी ने समझाया. फिलहाल पुलिस और प्रशासन लिंक को तलाश कर उसकी तह तक जाने की कोशिश में जुटे हैं.

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