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छत्तीसगढ़: नहीं बचाई जा सकी बोरवेल में गिरी बच्‍ची

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में शनिवर को बोरवेल में गिरी बच्ची की मौत हो गई. पांच घंटे के अभियान के बाद बच्ची को जब बोरवेल से बाहर निकाला गया, तो उसकी मौत हो चुकी थी.

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छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में शनिवर को बोरवेल में गिरी बच्ची की मौत हो गई. पांच घंटे के अभियान के बाद बच्ची को जब बोरवेल से बाहर निकाला गया, तो उसकी मौत हो चुकी थी.

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राजनांदगांव जिले के कलेक्टर अशोक अग्रवाल ने बताया कि जिला मुख्यालय से लगभग 17 किलोमीटर दूर मोखला गांव में शनिवार दोपहर बाद तीन बजे पांच वर्षीय बच्ची खुशबू साहू बोरवेल में गिर गई थी. बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पांच घंटे तक प्रयास किया गया, लेकिन बच्ची को नहीं बचाया जा सका.

अग्रवाल ने बताया कि मोखला गांव निवासी हरीशचंद्र साहू की पांच वर्षीय बेटी खुशबू घर के पास ही खेल रही थी. खेलने के दौरान वह पड़ोस के खुले बोरवेल में गिर गई. घटना के बाद जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली, तो पुलिस को इसकी जानकारी दी गई.

जानकारी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने बच्ची को बचाने का अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि बच्ची को बेरवेल से बाहर निकालने के लिए बोरवेल विशेषज्ञों और डॉक्‍टरों का दल मोखला गांव पहुंचा और बचाव अभियान शुरू किया गया.

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अग्रवाल ने बताया कि बोरवेल लगभग 30 फुट गहरा था तथा बच्ची 13 फुट की गहराई पर फंसी हुई थी. बच्ची को निकालने के लिए बोरवेल के करीब ही दूसरा गड्ढा करने का फैसला किया गया और जेसीबी मशीन के सहारे गड्ढा बनाने का काम शुरू किया गया. इस दौरान डॉक्‍टरों के दल ने बच्ची को पाइप के सहारे आक्सीजन पहुंचाने का काम भी शुरू कर दिया था. बाद में एक सुरंग के माध्यम से बच्ची को बाहर निकाला गया.

कलेक्टर ने बताया कि बाहर निकालने के बाद बच्ची को तत्काल जिला अस्पताल राजनांदगांव रवाना किया गया, जहां डॉक्‍टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्‍टरों ने आशंका जताई कि बोरवेल में गिरने के तत्काल बाद सदमे से तथा ऑक्सीजन की कमी से बच्ची की मौत हो गई थी. हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों के बारे में जानकारी मिल सकेगी.

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