कैश संकट से जूझ रही छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने 5 लाख कर्मचारियों की सैलरी के लिए रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया से 500 करोड़ रुपये मांगे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निर्देश पर शासन के आला अफसरों ने बैंकों को आगाह किया था कि सैलरी के लिए नोटों का इंतजाम तुरंत किया जाए. इसके बाद स्टेट बैंक ने रिजर्व बैंक को 500 करोड़ रुपए तुरंत भेजने का आग्रह किया है.
बताया जा रहा है कि रमन सरकार के इस कदम से छत्तीसगढ़ में 3 लाख कर्मचारियों व 1.85 लाख शिक्षाकर्मियों को 1 मई को मिलने वाले सैलरी में कोई दिक्कत नहीं होगी.
जानकारी के मुताबिक, तीन-चार दिन के अंदर रिजर्व बैंक 50 करोड़ रुपए की पहली खेप भेजेगी. बाकी की खेप 30 अप्रैल से पहले भेजी जा सकती है. कर्मचारियों की सैलरी के लिए बैंकों को मई के पहले ही दिन 200 करोड़ रुपये की आवश्यकता पड़ेगी.
इसीलिए स्टेट बैंक ने 500 करोड़ की करंसी तो मांगी ही है, लगभग 150 करोड़ रुपए के इंतजाम की तैयारी भी शुरू कर दी है.
एक आला अफसर के मुताबिक, रिजर्व बैंक ने 25 अप्रैल से पहले 50 करोड़ की करंसी भेजने की बात कही है.
मालूम हो कि बीते हफ्ते से देश के कई राज्यों में कैश संकट बना हुआ है. इससे उबरने के लिए रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया लगातार 200, 500 और 2000 के नोटों की छपाई करवा रहा है.