छत्तीसगढ़ के सूरजपुर के पूर्व कलेक्टर रणवीर शर्मा द्वारा नाबालिग को पीटने का मामला बढ़ता जा रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रणवीर शर्मा का तबादला कर दिया है, लेकिन पीड़ित परिवार इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है. पीड़ित परिवार ने पूर्व कलेक्टर रणवीर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थाने में तहरीर दी है.
पीड़ित के पिता राजेश्वर गुप्ता ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह उनके घर आई थीं और उन्होंने साथ देने के बात कही है, जिसके बाद मेरा मनोबल बढ़ा और कोतवाली थाने पहुंच कर आरोपी आईएएस रणवीर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवेदन दिया. खैर, अभी तक इस मामले में एफआईआर नहीं दर्ज की गई है.
क्या है पूरा मामला
सूरजपुर के पूर्व कलेक्टर रणवीर शर्मा ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में साहिल नामक युवक की पिटाई कर दी. साहिल का कहना है कि वह टेस्ट कराने जा रहा था, लेकिन रणवीर शर्मा ने पहले उसका मोबाइल पटक दिया और फिर उसे थप्पड़ मारा. इतना ही नहीं रणवीर शर्मा ने सुरक्षाकर्मियों से भी साहिल की पिटाई कराई.
हटाए गए कलेक्टर
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ. इसके बाद हरकत में आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रणवीर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सूरजपुर के कलेक्टर पद से हटा दिया. इसके साथ ही साहिल को नया मोबाइल फोन दिया गया. रणवीर शर्मा ने भी एक वीडियो जारी करते घटना के लिए माफी मांग ली थी.
पिटाई पर सियासत
इस बीच साहिल की पिटाई पर सियासत शुरू हो गई. केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह रविवार शाम पीड़ित परिवार के घर पहुंच गईं. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कलेक्टर के निलंबन की मांग की. वहीं, प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा भी कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधते नजर आए.
पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने कलेक्टर रणवीर शर्मा समेत साथ में मौजूद पीएसओ और पुलिस कर्मियों पर भी जांच बैठाकर कार्रवाई की मांग की. इसके बाद पीड़ित परिवार ने पूर्व कलेक्टर रणवीर शर्मा के खिलाफ थाने में तहरीर दी. अब देखना है कि क्या रणवीर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाती है या नहीं?
(रिपोर्ट- ओपी तिवारी)