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छत्तीसगढ़: होटलों की फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन लूट, 4 टूरिस्ट हुए ठगी का शिकार

आजकल ऑनलाइन गाड़ी और होटल के कमरे बुक करने का चलन है. ठगों ने इसी बहाने लोगों को खाते में  सेंध लगाने के लिए कई बड़े होटलों की फर्जी वेबसाइट बना ली है. देश के बड़े शहर तो दूर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कई होटलों की फर्जी वेबसाइट बना कर ठगी का जाल बिछाया जा रहा है.

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होटलों की फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन लूट, 4 टूरिस्ट हुए ठगी का शिकार
होटलों की फर्जी वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन लूट, 4 टूरिस्ट हुए ठगी का शिकार

नए साल के जश्न में शामिल होने पिकनिक स्पॉट जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. शीतकालीन छुट्टियां होने के कारण भी लोग घूमने निकल रहे हैं. कई लोग इस हफ्ते तो कई लोग अगले हफ्ते रवाना होंगे. आजकल ऑनलाइन गाड़ी और होटल के कमरे बुक करने का चलन है. ठगों ने इसी बहाने लोगों को खाते में  सेंध लगाने के लिए कई बड़े होटलों की फर्जी वेबसाइट बना ली है. देश के बड़े शहर तो दूर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कई होटलों की फर्जी वेबसाइट बना कर ठगी का जाल बिछाया जा रहा है. इसमें से तीन होटल संचालकों ने पुलिस में शिकायत की है. इस बीच दूसरे राज्यों के होटलों को ऑनलाइन बुक कराने के दौरान अब तक 4 लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं तो कुछ बाल बाल बच गए हैं. साइबर सेल और पुलिस की टीम ऐसे जालसाजो की तलाश कर  रही है.

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पुलिस ने की अपील- होटल पहुंचने के बाद करें पेमेंट 

पुलिस ने कहा कि इंटरनेट पर ठगों ने होटल लॉज के नाम के साथ अपना फोन नंबर अपलोड किया है. लोग टूर प्लान करते ही इंटरनेट पर होटल लॉज सर्च कर रहे हैं. उसमें वे सस्ते में अच्छे होटल तलाश करते हैं. लोग होटल की फोटो और किराए देख उसमें दिए नंबर पर फोन करते हैं. ठग इसी मौके की ताक में रहते हैं और कॉल आते ही वह बताते हैं कि उनका होटल कौन-कौन से पिकनिक स्पॉट पर है और किराया कितना कम है. फोन पर ही वह कमरा बुक करने की प्रक्रिया करते हैं. इस दौरान आपका नंबर और आईडी प्रूफ मांगा जाता है. उसके बाद ऑनलाइन पेमेंट करने को कहते हैं. इसके लिए लिंक भेजा जाता है. लिंक में पैसा जमा करते ही ठगों के पास खाते की डिटेल पहुंच जाती है और वह पैसे निकाल लेते हैं. 

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टूर ट्रेवल्स के नाम पर भी ठगी

इंटरनेट पर कई पर्यटन केंद्र, धार्मिक स्थल पर टूर पैकेज दिया हुआ है. उसमें गाड़ी और होटल किराए से लेकर अन्य चीजों का पैकेज दिया जा रहा है. ठगों ने भी फर्जी टूर ट्रैवल्स कंपनियों के नाम पर इंटरनेट पर पैकेज अपलोड किया है. रायपुर के एक कारोबारी ने शिमला जाने के लिए उनसे संपर्क किया. उन्होंने पैकेज लिया और उनसे डेढ़ लाख ऑनलाइन जमा करा लिया गया. ठगी के बाद इसकी शिकायत पुलिस  में की गई. 

फर्जी वेबसाइट की करें पहचान

साइबर एक्सपर्ट मोहित साहू ने बताया कि असली और फर्जी साइड की आसानी से पहचान की जा सकती है. उसके यूआरएल की जांच करें फर्जी साइड में यूआरएल (http:/)नहीं होता है उसमें ad लिखा रहता है. साथ ही कहीं भी एडवांस पेमेंट से बचना चाहिए. अधिकृत एजेंट या एजेंसी से ही बुकिंग कराना चाहिए संभव हो तो होटल में ही जाकर पेमेंट करना चाहिए.

रायपुर साइबर सेल के टीआई गौरव तिवारी ने बताया कि टूर ट्रेवल्स और होटल बुकिंग के नाम  राजस्थान में भरतपुर का गिरोह ठगी कर रहा है. इसमें वे सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मदद ले रहे हैं. उनकी मदद से फर्जी  साइट बना रहे हैं. पुलिस ऐसे गिरोह पर लगातार कार्रवाई कर रही है. लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. बाकी और ठगों की तलाश की जा रही है और जनता से अपील की जाती है इस तरह की वेबसाइट से बचें.

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इनपुट- प्रकाश तिवारी

 

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