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छत्तीसगढ़ में बोले अमित शाह- सरकार अंगद के पैर की तरह जिसे कोई उखाड़ नहीं सकता

छत्तीसगढ़ में रमन सरकार की अटल विकास यात्रा बुधवार से शुरू हो गई. एक महीने तक चलने वाली इस यात्रा को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने हरी झंडी दिखाई और राज्य सरकार की जमकर तारीफ की.

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अमित शाह और रमन सिंह
अमित शाह और रमन सिंह

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छत्तीसगढ़ में 'अटल विकास यात्रा' की शुरुआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की रमन सिंह सरकार को अंगद का पैर करार दिया जिसे कोई उखाड़ नहीं सकता. बाद में इस यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.

'अटल विकास यात्रा' का शुभारंभ करते हुए शाह ने कहा, 'छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार अंगद का पैर है जिसे कोई उखाड़ नहीं सकता और  ये सिर्फ और सिर्फ रमन सिंह के लगन और कार्यप्रणाली का ही नतीजा है. कांग्रेस दिन में सपना देख रही है कि वो छत्तीसगढ़ में सरकार बनाएगी.' इस दौरान शाह ने रमन सिंह सरकार की उपलब्धियों का बखान किया, साथ ही शाह ने एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला.

इस मौके पर कांग्रेस पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि उसे चार पीढ़ी और साठ साल का हिसाब-किताब देश की जनता को देना चाहिए. वे कांग्रेस को नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की जनता को उनकी सरकार के 15 साल के काम काज का हिसाब देने आए हैं.

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उन्होंने कहा कि राहुल बाबा को देश की जनता को कांग्रेस के साठ साल के कार्यकाल का हिसाब देना होगा. शाह यही नहीं रुके, उन्होंने राहुल गांधी के सामान्य ज्ञान पर भी सवाल खड़ा कर दिया. चूंकि मामला छत्तीसगढ़ की स्काई योजना के तहत मोबाइल फोन पर राहुल गांधी के सवालों से जुड़ा हुआ था. लिहाजा अमित शाह ने चुटीले अंदाज में कहा कि BHEL मोबाइल फोन नहीं बनाती. इसके बावजूद राहुल गांधी उससे मोबाइल फोन खरीदने की मांग करते हैं.

छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार की 'अटल विकास यात्रा' बुधवार से शुरू हो गई. बीजेपी अध्यक्ष शाह ने पूरे एक महीने चलने वाली इस यात्रा को राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड से हरी झंडी दिखाई. बीजेपी अध्यक्ष राजधानी रायपुर पहुंचे. बीजेपी के संपर्क फॉर समर्थन कार्यक्रम के तहत उन्होंने सतनामी समाज के गुरु प्रकाश गुरु साहेब से मुलाकात की.

इसके पहले अपने भाषण में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने 2022 से लेकर 2025 तक के छत्तीसगढ़ विजन का ब्यौरा पेश किया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में जब यह राज्य अपनी रजत जयंती मनाएगा उस वक्त यह प्रदेश स्मार्ट छत्तीसगढ़ होगा. उन्होंने कहा कि इस बार धान खरीदी और बोनस के जरिये लगभग 24 हजार करोड़ सीधे किसानो के घरो में पहुंचेगा.

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उन्होंने दावा किया कि 2022 तक राज्य के किसानों की आमदनी दोगुनी होगी. प्रदेश के हर व्यक्ति का घर पक्का हो जाएगा. उसमें बिजली होगी और छात्रों को गुवाक्ता युक्त शिक्षा मिलेगी.

विकास यात्रा के द्वितीय चरण को रमन सरकार ने 'अटल विकास यात्रा' नाम दिया है. यह यात्रा 5 सितंबर से शुरू होकर 5 अक्टूबर तक चलेगी. चर्चा यह भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महीने के अंदर छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे.

सरकार के इस आयोजन पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुटकी ली. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि विकास यात्रा शासकीय आयोजन है. इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का क्या काम? उन्हें यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए बुलाकर सरकार इसे पार्टी का कार्यक्रम बना रही है.  

वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि अमित शाह राज्यसभा सदस्य हैं. इसके साथ वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. कार्यक्रम में उन्हें नहीं तो क्या कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बुलाया जाए.

अटल विकास यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने  कहा कि इस यात्रा का प्रमुख लक्ष्य राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाना और नवा छत्तीसगढ़ 2025 के परिदृश्य में जनता के विचारों को शामिल करना है. इसके साथ ही प्रदेश के कोने-कोने तक जाकर सरकार के काम-काज का लेखा-जोखा जनता के सामने रखना.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 तक सभी छत्तीसगढ़ वासियों का स्वयं का मकान होगा और प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण तथा किफायती स्वास्थ्य देख-भाल का अधिकार भी होगा. किसानों की आमदनी दोगुनी कर उन्हें सशक्त बनाया जाएगा और खेती में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कृषि उत्पादन को बढ़ाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि अटल दृष्टिपत्र के अनुसार, वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ शत-प्रतिशत साक्षर हो जाएगा और शत-प्रतिशत बच्चे स्कूलों में दाखिला लेंगे. इसके साथ ही अपने रजत जयंती वर्ष के आने तक छत्तीसगढ़ शिक्षा गुणवत्ता के मामले में भी देश के पांच शीर्षस्थ राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा.  

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल दृष्टिपत्र  के संकल्पों के अनुसार, वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ में 15 प्रतिशत से भी कम लोग गरीबी रेखा से नीचे होंगे और वर्ष 2030 तक गरीबी का उन्मूलन भी कर दिया जाएगा. सभी नागरिकों के लिए शुद्ध पेयजल, टेलीफोन संपर्क, बेहतर स्वच्छता की सुविधा मिलने लगेगी. कचरा निपटान की भी बेहतर व्यवस्था होगी और प्रदेश के शत-प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा.

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