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छत्तीसगढ़ में चढ़ा सियासी पारा, विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी-कांग्रेस ने की तैयारी

साल के आखिर में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दिया. मुख्यमंत्री रमन सिंह 30 अगस्त से विकास यात्रा निकालेंगे.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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छत्तीसगढ़ में साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीतिक माहौल गरमा गया है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की चयन सूची को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. बीजेपी की कोर ग्रुप की बैठक में जहां मुख्यमंत्री रमन सिंह की विकास यात्रा के दूसरे चरण के रोड मैप पर पार्टी ने अपनी मुहर लगाई, तो वहीं कांग्रेस ने भी अपने अगले कदम को अंतिम रूप दे दिया है.

कांग्रेस की मैराथन बैठक में पार्टी उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया शुरू करने के लिए तमाम जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं.  वहीं आदिवासी इलाकों में जंगल सत्याग्रह शुरू करने का भी फैसला लिया गया है. राज्य के आदिवासी इलाकों में कांग्रेस के जंगल सत्याग्रह की शुरुआत 9 अगस्त से होगी.  बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां इस चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों का चयन प्रादेशिक स्तर पर करेंगी. सिर्फ बी फॉर्म के लिए तमाम उम्मीदवारों के नाम पार्टी आलाकमान को भेजे जाएंगे. 

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ऐसा कार्यकर्ताओं की नाराजगी और भीतरघात से बचने के लिए किया जा रहा है. पार्टी के बड़े नेताओं को उम्मीद है कि आपसी सामंजस्य से उम्मीदवार तय होगा. यही नहीं टकराव की स्थिति में ही पैनल में दो या तीन नाम भेजे जाएंगे.

30 अगस्त से रमन सिंह की विकास यात्रा

सीएम रमन सिंह अपनी विकास यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत 30 अगस्त से कर रहे हैं. इस बार वे 65  विधानसभा क्षेत्रों में दस्तक देंगे.  कई विधानसभा क्षेत्रों में उनका रथ दूसरी बार पहुंचेगा.  इसके पहले वे लगभग 56 विधानसभा क्षेत्रों में अपनी विकास यात्रा के साथ जनता से रूबरू हो चुके हैं.  यह विकास यात्रा 30 अगस्त से शुरू होकर 30 सितंबर तक चलेगी.  उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर के पहले हप्ते में ही आचार संहिता लागू हो जाएगी.

लिहाजा लगभग 600 करोड़ रुपये का तेंदूपत्ता बोनस वितरण , स्मार्ट फोन वितरण और विभिन्न योजनाओं का टारगेट इसी अवधि में पूरा कर लिया जाएगा. रमन सिंह के मुताबिक बीजेपी विरोधी तमाम ताकतें छत्तीसगढ़ में एकजुट हैं. इसके बावजूद भी वे चौथी बार सत्ता में आएंगे.

9 अगस्त से कांग्रेस का जंगल सत्याग्रह

कांग्रेस ने इस बार आदिवासी इलाकों में अपना फोकस ज्यादा किया है.  विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त के मौके पर पार्टी ने जंगल सत्याग्रह का ऐलान किया है. बस्तर, सरगुजा, जशपुर, रायगढ़ और कोरबा में कांग्रेसी सत्याग्रह कर आदिवासियों को उनका हक दिलाने के लिए बड़ा प्रदर्शन करेंगे.

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आदिवासी इलाकों में पेसा कानून का कड़ाई से पालन करने के मामले का मुद्दा उठाया जायेगा. यही नहीं तमाम विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस परिवर्तन यात्रा भी निकालेगी. पार्टी ने एलान किया है कि वो 15 अगस्त तक लगभग 50 उम्मीदवारों का एलान कर देगी. 

फिलहाल राजनीतिक माहौल गरमाने के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस ने कई मामलों को लेकर एक दूसरे को घेरना शुरू कर दिया है. सियासी दांवपेचों के बीच जनता कांग्रेस जोगी का आकलन हो रहा है. कांग्रेस उसे बीजेपी की बी पार्टी करार दे रही है. जोगी कांग्रेस को उस समय तगड़ा झटका लगा जब पार्टी के संस्थापक सदस्य डॉ चंद्रिका साहू ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी छोड़ दी.  उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि जिस उद्देश्यों से यह पार्टी बनाई गई थी वह पूरा होते नहीं दिख रहा है. पार्टी और उसके नेता अपने पद से भटक चुके हैं.

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