छत्तीसगढ़ में चुनाव करीब आते ही नेताओं के सुर बदलने लगे हैं. चुनावी मैदान में भाग्य आजमाने से बेरुखी जाहिर करने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी ने अब ताल ठोक कर कहा है कि वो मौजूदा मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. उनके इस बयान के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा, 'स्वागत है, जोगी जी का'.
कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है: रमन सिंह
रमन सिंह ने यह भी कहा कि लोकतंत्र में कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है. उधर अजित जोगी की पत्नी रेणु जोगी ने जोगी को सलाह दी है कि वे राजनांदगांव की बजाए मरवाही से चुनाव लड़ें. यह बेहतर सीट है क्योंकि वहां उनका पैतृक घर जोगीसार है. उधर कांग्रेस ने जोगी पर तंज कसते हुए कहा है कि जोगी मुख्यमंत्री रमन सिंह के ट्रबल शूटर की तर्ज पर उनके खिलाफ चुनावी अखाड़े में उतरने की मंशा जाहिर कर रहे हैं.
चुनाव को लेकर सियासी पारा हुआ गर्म
कांग्रेस ने दावा किया कि जोगी भले ही मुख्यमंत्री रमन सिंह की मुसीबत कम करे, लेकिन राजनांदगांव से कांग्रेस ही जीत दर्ज करेगी. छत्तीसगढ़ में 2018 के विधान सभा चुनाव को लेकर सियासी पारा गर्माने लगा है. इस बार आम आदमी पार्टी भी पूरे दम-खम के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है. प्रत्याशी चयन और पार्टी के हालात का जायजा लेने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 11 मार्च को रायपुर आने वाले हैं. हालांकि मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है, लेकिन आम आदमी पार्टी और जोगी कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का गणित बिगाड़ने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है.
BJP की बी पार्टी के रूप में काम कर रही जोगी कांग्रेस
मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी ने उस वक्त किया है, जब यह चर्चा आम हो चली है कि जोगी कांग्रेस प्रदेश में बीजेपी की बी पार्टी की रूप में अपनी पैठ जमा रही है. कांग्रेस खुल कर आरोप लगा रही है कि एंटी इन्कंबेंसी के नुकसान से बचने के लिए बीजेपी, जोगी कांग्रेस की तन,मन और धन से सहायता कर रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के मुताबिक जोगी पार्टी बीजेपी की ट्रबल शूटर है. वो बीजेपी को चौथी बार सत्ता में लाने के लिए रणनीतिक तौर पर काम कर रही है.
अजित जोगी का दावा है कि इस बार कांग्रेस और बीजेपी दोनों का सफाया होगा. राजनैतिक गलियारों में इस बात का विश्लेषण हो रहा है कि आखिर क्यों जोगी को रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करना पड़ा. यह पहला मौका नहीं है जब जोगी ने रमन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. पिछले विधान सभा चुनाव में जोगी ने राजनांदगांव से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन बाद में उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. जोगी के मुताबिक मुख्यमंत्री रमन सिंह उनकी राजनैतिक और सामाजिक हत्या की कोशिश में जुटे हैं. इसलिए वो उन्हें चुनावी मैदान में हराना चाहते हैं.
राजनांदगांव संसदीय सीट से सांसद रह चुके हैं रमन सिंह
मुख्यमंत्री रमन सिंह बीजेपी के पहले दौर 2003 में कवर्धा से और उसके बाद लगातार 2008 और 2013 के विधान सभा चुनाव में राजनांदगांव से विजयी हुए थे. यह दोनों सीट उनकी परंपरागत विधान सभा के रूप में देखी जाती है. वो राजनांदगांव संसदीय सीट से सांसद भी रह चुके हैं. मौजूदा समय में उनके बेटे अभिषेक सिंह इस सीट से सांसद हैं. इस पूरे इलाके में रमन सिंह का अच्छा खासा दबदबा है.
जोगी के हेलिकॉप्टर पर सवाल
लिहाजा जोगी रमन सिंह को कितनी कड़ी चुनौती दे पाएंगे यह तो वक्त ही बताएगा. फिलहाल जोगी के राजनांदगांव से चुनावी मैदान में उतरने के बयान के मायने खोजे जा रहे हैं. राजनेताओं का एक वर्ग इस बात की खोजबीन कर रहा है कि आखिर जोगी कांग्रेस के पास इतनी रकम अचानक कहां से आ गई कि वो तीन महीने के लिए हेलिकॉप्टर किराए पर ले सकें. अजित जोगी इन दिनों उड़न खटोले में सवार हो कर चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं. राज्य के कई गांव-कस्बों में उनकी सौ से ज्यादा चुनावी सभाएं प्लान की गई हैं. कांग्रेसी इसे बीजेपी प्रायोजित हेलिकॉप्टर करार दे रहे हैं, तो जोगी पार्टी का दावा है कि उनके कार्यकर्ताओं के सहयोग से हेलीकॉप्टर उड़ान भर रहा है.
छत्तीसगढ़ का बजट सत्र शुरू
फिलहाल छत्तीसगढ़ का बजट सत्र शुरू हो गया है. इसके साथ ही चुनावी वैतरणी पार करने के लिए तमाम पार्टियां अपना बजट बनाने में जुटी हैं. कई राजनैतिक दल तो बीजेपी से प्रेरित हो कर अपना चुनावी कार्यक्रम घोषित करने की तैयारी में हैं, ताकि वे भी बहती गंगा में हाथ धो सकें.