कांग्रेस ने 15 साल के बाद जीतकर छत्तीसगढ़ की सत्ता में वापसी की है. प्रदेश में इस बार जीते उम्मीदवारों में हर तीसरे विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, तीन- चौथाई विधायक करोड़पति हैं.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की जारी रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में जीते 90 विधायकों में से 24 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 13 ऐसे विधायक जीते हैं, जिन पर बेहद गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इस तरह 90 में से 37 विधायकों पर या तो आपराधिक केस दर्ज हैं या गंभीर आपराधिक केस.
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबकि प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कुल विधायकों में से 68 (76 फीसदी) विधायक करोड़पति हैं. जबकि चुनावी मैदान में 285 उम्मीदवार करोड़पति (23 प्रतिशत) किस्मत आजमा रहे थे. प्रदेश में चुनाव जीतने वाले सबसे ज्यादा अमीर उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस के टीएस सिंहदेव हैं. वे अंबिकापुर सीट से चुनाव लड़े थे. उनके पास करीब 5 सौ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है.
प्रदेश में कुल 90 में से जीते 62 (69 फीसदी) विधायक स्नातक हैं. जबकि प्रदेश में 1257 उम्मीदवारों में से 452 यानी 36 फीसदी उम्मीदवार स्नातक थे, जो अपनी किस्मत आजमा रहे थे. वहीं, 2 विधायक ऐसे जीते हैं, जिन्होंने ITR फाइल करने की जानकारी दी है. जबकि 79 विधायक (88 फीसदी) ऐसे जीतें है जो ITR बकायदा फाइल करते हैं.
प्रदेश की 90 सीटों पर 10 फीसदी यानी 125 महिला उम्मीदवार मैदान में अपनी किस्मत आजमाई थी. इनमें से 13 महिला विधायक जीतने में कामयाब रही, जो कि 14 फीसदी है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की कुल 90 सीटों में से कांग्रेस को 68, बीजेपी को 15, जोगी कांग्रेस को 5 और बसपा को 2 सीटें मिली हैं.