छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में रहने वाले एक पर्यावरण कार्यकर्ता (Environment Activist) ने पेड़ों को काटने से बचाने के लिए एक अनोखी मुहिम शुरू की है. जिले में मजह 8 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए 2,900 पेड़ काटे जाने हैं. इन्हें कटने से बचाने के लिए एक्टिविस्ट वीरेंद्र सिंह पेड़ों पर भगवान शिव (Lord Shiva) की तस्वीर लगा रहे हैं. वीरेंद्र सिंह का कहना है कि विकास हम भी चाहते हैं, लेकिन पेड़ों की कीमत पर नहीं.
दरअसल, बालोद जिले में तरौद से दैहान तक 8 किलोमीटर सड़क बननी है. इसके लिए 2 हजार 900 पेड़ काटे जाने की तैयारी है. इन्हीं पेड़ों को कटने से बचाने के लिए एक्टिविस्ट वीरेंद्र सिंह अब पेड़ों पर भगवान शिव की तस्वीर लगा रहे हैं. वीरेंद्र ने ग्रामीणों से भी उनकी इस मुहिम में साथ देने की अपील की है और अच्छी बात ये है कि उन्हें ग्रामीणों का साथ मिल भी रहा है.
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए वीरेंद्र सिंह ने कहा, "प्रशासन का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के लिए 2,900 पेड़ काटे जाएंगे, लेकिन मुझे आशंका है कि इसके लिए 20 हजार से ज्यादा पेड़ों को काटा जाएगा." उन्होंने कहा, विकास हम भी चाहते हैं, लेकिन पेड़ों की कीमत पर नहीं.
उनका कहना है कि अभी तक यहां बारिश भी नहीं हुई है. उन्होंने कहा, ग्लोबल वॉर्मिंग (Global Warming) और प्रदूषण (Pollution) दोनों का कारण पेड़ों का कटना (Deforestation) है. पृथ्वी को बचाने के लिए हमें पेड़ों को बचाना ही होगा.
उन्होंने बताया कि पेड़ों को काटने से बचाने के लिए पहले चिपको आंदोलन भी चलाया गया. उसके बाद जगह-जगह पोस्टर-बैनर भी लगाए गए. बाद में पेड़ों को रक्षासूत्र (राखियां) भी बांधी गईं और अब भगवान शिव की तस्वीर लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम पेड़ों के कटने के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.