छत्तीसगढ़ के बालोद जिला व थाना क्षेत्र ग्राम अमलीडीह गोंदली जलाशय नहर किनारे 13 मार्च को बोरी में बंद लाश मिली थी. जिसे आवारा कुत्ते नोच रहे थे. इसकी जानकारी जब पुलिस को लगी तो मौके पर पहुंचकर देखा तो उसमें कटा हुआ सिर, हाथ और पैर था. उस वक्त हत्या की गुत्थी नहीं सुलझ सकी थी. वहीं, अब तीन महीने बाद पुलिस ने हत्या का खुलासा कर दिया है.
ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
बालोद के एडिशनल एसपी अशोक कुमार जोशी ने बताया कि पुलिस ने तीन माह में शव की शिनाख्त के लिए बालोद जिला के साथ-साथ आसपास जिलों के थानों में गुम महिलाओं की रिपोर्ट जुटाई. साथ ही पुलिस ने कई सीसीटीवी भी खंगाले. लेकिन कोई सुराग नहीं लगा. वहीं, कुछ दिन पूर्व ही डौंडी लोहारा थाना क्षेत्र ग्राम बकरीटोला निवासी स्वरूप धुर्वे की पत्नी प्रमिला धुर्वे के काफी दिनों से गायब होने की सूचना मिली.
जिसके बाद पुलिस टीम गांव पहुंच शव के पैर में मिले साटी, काला धागा और नेल पॉलिश और गुम महिला की मां को फोटो दिखाया. तब जाकर महिला की पहचान हुई.
इस वजह से की गई थी हत्या
बालोद के एडिशनल एसपी अशोक कुमार जोशी ने कहा कि शव मिलने के बाद जब हमारी टीम हत्या के आरोपी की तलाश में जुटी तो पता चला कि महिला के डारागांव निवासी दिपक साहू से अवैध संबंध थे. महिला का पति जब मजदूरी के लिए केशकाल जाता था तो वह दीपक साहू के पास पहुंच जाती थी. पुलिस ने जब दीपक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने पूरी सच्चाई उगल दी.
जोशी के मुताबिक शव मिलने के 1 दिन पहले 12 मार्च को आरोपी ने महिला को घर ले जाकर अवैध संबंध बनाया. फिर उसे उसके घर छोड़ वापस जा रहा था. लेकिन इसी दौरान उसने महिला को दोबारा फोन करके अपने घर बुला लिया. जहां दोनों शराब पीकर सो गए. आधी रात जब आरोपी की नींद खुली तो महिला किसी और से फोन में बात कर रही थी.
इस पर उसने महिला से पूछा कि इतनी रात में किससे बात कर रही हो.बस इसी को लेकर दोनों में विवाद हो गया और आरोपी ने किसी और से संबंध होने के शक में उसकी हत्या कर दी. इसके बाद सब्जी काटने वाली हसिया से महिला के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दो बोरी में भरकर एक को गोंदली जलाशय नहर के पास तो दूसरी को 200 मीटर दूर जंगल में फेंक दिया.