छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चुनाव आयोग को अपनी संपत्ति का ब्योरा सौंपा है. उन्होंने जानकारी दी कि उनके पास 6 करोड़ 41 लाख रुपये की अचल संपत्ति है. जबकि 4 करोड़ 31 लाख 35 हजार की चल संपत्ति है.
रमन सिंह करोड़पति जरूर हैं, लेकिन पिछले पांच वर्षों में उनकी कमाई इतनी नहीं हुई जितनी एक मुख्यमंत्री से लोग उम्मीद करते हैं. बीते पांच वर्षों में रमन सिंह ने अपनी कमाई का जो आंकड़ा भारत निर्वाचन आयोग को सौंपा गया है उसमें उनकी संपत्ति का बाजार भाव ही बढ़ा है.
राजनांदगांव से तीसरी बार प्रत्याशी बने मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया है. मुख्यमंत्री ने जो शपथ पत्र दिया है, उसके मुताबिक रमन सिंह के पास 6 करोड़ 41 लाख रुपये की अचल संपत्ति है, जबकि चल संपत्ति 4 करोड़ 31 लाख 35 हजार की है. पिछले पांच साल में ये आंकड़ा लगभग दोगुना हुआ है, लेकिन ये आंकड़ा जमीन की बढ़ी हुई कीमत और विभिन्न बैकों से मिले ब्याज की वजह से बढ़ा है.
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने 24 अक्टूबर 2013 से लेकर 23 अक्टूबर 2018 तक के कार्यकाल में अपनी संपत्ति में 2670 स्क्वायर फीट जमीन का ब्योरा दिया है. साल 2013 में मुख्यमंत्री रमन सिंह के पास 3 करोड़ 33 लाख 55 हजार रुपये की अचल संपत्ति थी, जो 2018 में बढ़कर 6 करोड़ 41 लाख रुपये की हो गई है. अचल संपत्ति की कीमत बढ़ने की वजह जमीन की कीमत में बाजार दर में बढ़ोतरी हुई है.
वहीं चल संपत्ति 2 करोड़ 28 लाख 15 हजार रुपये की थी, जो साल 2018 में बढ़कर 4 करोड़ 31 लाख 35 हजार रुपये की हो गई है. संपत्ति बढ़ने की मुख्य वजह मुख्यमंत्री के वेतन, भत्ता के साथ-साथ एग्रीकल्चर आय, किराया और बैंक में जमा पैसे का ब्याज बताया गया है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण के लिए 12 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. 11 दिसंबर को मतगणना होगी और इसी दिन रिजल्ट जारी किया जाएगा.