छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह की विकास यात्रा रोज नए पड़ाव तय कर रही है. विकास यात्रा जब रायपुर से सटे राजिम पहुंची तो बीजेपी समर्थकों के साथ- साथ उसमें कांग्रेसी भी शामिल हो गए. लेकिन वो हाथों में काले झंडे लिए हुए थे. मंच के सामने पहुंचकर उन्होंने बीजेपी और मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लेकिन चंद मिनटों में ही पुलिसकर्मियों ने उन पर काबू पा लिया.
हालांकि इसका खामियाजा इलाके के थानेदार को उठाना पड़ा. राजिम के टॉउन इंस्पेक्टर को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है.
राजिम के कोपरा इलाके में विकास यात्रा के साथ पहुंचे रमन सिंह का गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ. लेकिन देखते ही देखते उनकी सभा में दर्शक दीर्घा तक कांग्रेसी पहुंच गए. उन्होंने नारेबाजी के साथ काले झंडे लहराना शुरू कर दिया. सभा स्थल पर कांग्रेसियों ने कुछ देर तक हंगामा भी किया. वो सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. उन्हें सभा स्थल पर देखकर पुलिस ही नहीं बीजेपी के तमाम नेता हैरत में पड़ गए.
सभा में मंच पर मुख्यमंत्री रमन सिंह के अलावा प्रभारी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, PWD मंत्री राजेश मूणत, सांसद चंदूलाल साहू, विधायक संतोष उपाध्याय और विधायक शिवरतन शर्मा मौजद थे. जिस वक्त मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भाषण शुरू किया उसी वक्त दर्शक दीर्घा में बैठे पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष बाबूलाल साहू, ब्लॉक अध्यक्ष भावसिंह सहित कई कांग्रेसियों ने अपनी जेब से अचानक काला झंडा निकाल लिया और लहराते हुए नारेबाजी करने लगे.
कांग्रेसियों ने 'मुख्यमंत्री वापस जाओ' के खूब नारे लगाए. इतना ही नहीं सभा मंच पर, मुख्यमंत्री विकास बताओ की आवाज भी गूंजने लगी. इससे अच्छा खासा हंगामा मच गया. दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों की भीड़ उठकर खड़ी हो गई और इससे अफरातफरी मच गई. हालांकि कुछ देर बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला और कांग्रेसियों को सभा स्थल से खदेड़ दिया.
इसके बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनका काफिला अपने अगले पड़ाव की ओर रवाना हुआ. प्रशासन की गाज राजिम थाने के प्रभारी और इंस्पेक्टर राकेश सिंह ठाकुर पर गिरी. सुरक्षा इंचार्ज के रूप में वो सभा स्थल पर तैनात थे. ठाकुर को निलंबित करते हुए उन्हें गरियाबंद जिला मुख्यालय अटैच किया गया है.
हालांकि पाण्डुका थाने में पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष बाबूलाल साहू समेत कई कांग्रेसियों के खिलाफ शांति भंग करने का जुर्म भी दर्ज किया गया है. पुलिस ने धारा 347,186,353,332,294,151,107,16 भादवि के तहत कांग्रेसियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इसमें कांग्रेसियों पर लोक सेवक पर हमला, शासकीय कार्य में बाधा डालने, होहल्ला करने और योजनबद्ध तरीके से हंगामा करने के आरोप लगाए गए हैं.