छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री को लेकर कशमकश जारी है. राज्य में जनादेश आने के चार दिन बाद भी कांग्रेस में मुख्यमंत्री पर आम सहमति नहीं बन सकी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार शाम एक ट्वीट कर सीएम पर जारी सस्पेंस को और बढ़ा दिया है. उन्होंने भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत के साथ एक फोटो ट्वीट की. राहुल का ये ट्वीट ठीक वैसा ही था, जैसा उन्होंने राजस्थान के लिए अशोक गहलोत-सचिन पायलट और मध्य प्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया में से मुख्यमंत्री का चयन करते समय किया था.
फिलहाल मुख्यमंत्री के पद को लेकर चारों दावेदारों के बीच सर्वसम्मति नहीं बन पाने के कारण मामला रविवार तक के लिए टाल दिया गया है. रायपुर में विधायक दल की बैठक भी अब रविवार की दोपहर को होगी. इस बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का खुलासा होगा.छत्तीसगढ़ के लिए रायपुर से लेकर दिल्ली तक एक अदद मुख्यमंत्री की तलाश में राजनैतिक गलियारा गरमाया हुआ है. पीएल पुनिया के मुताबिक रविवार को 12 बजे विधायक दल की बैठक आयोजित होगी, बैठक के दौरान सीएम के नाम से सस्पेंस खत्म हो जाएगा.
उन्होंने बताया कि इस बैठक में सीएम के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. उनके मुताबिक नए मुख्यमंत्री 17 दिसंबर को 4.30 बजे शाम साइंस कालेज मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा.
शनिवार को दिल्ली में पहले राहुल गांधी के बंगले पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के पद को लेकर गहमागहमी रही. इससे पहले ऑब्जर्वर मल्लिकार्जुन खड़गे के बंगले में दो दौर की चर्चा हुई. सीएम पद के चारों दावेदार भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत और ताम्रध्वज साहू के अलावा प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से राहुल गांधी ने अलग-अलग चर्चा की.
यही नहीं राहुल गांधी ने पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे से भी कांग्रेस के विधायकों की राय जानी. बता दें कि सीएम पद पर खड़गे ने रायपुर में विधायकों से सीएम की पसंद को लेकर अलग-अलग उनकी राय जानी.
इधर, रायपुर में भी मुख्यमंत्री के सभी चारों दावेदारों ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव और चरणदास महंत के बंगले पर दिनभर गहमा गहमी रही. इन नेताओं के समर्थको को दिन भर से दिल्ली से मिलने वाली खुशखबरी का बेसब्री से इंतजार रहा. अफवाहों और कयासों के बीच कभी उन्हें ताम्रध्वज साहू का पलड़ा भारी नजर आया तो कभी दूसरे दावेदारों का.
पर शाम होते-होते दिल्ली से पैगाम आया कि मामला रविवार तक के लिए टाल दिया गया है. उधर कांग्रेस मुख्यालय में जुटे विधायकों को भी पहले विधायक दल की बैठक रात तक टलने और फिर दूसरे दिन तक के लिए स्थगित होने की जानकारी दी गई. अभी चारों दावेदार के समर्थक कांग्रेस दफ्तर पर टिके हुए हैं.