छत्तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल को नक्सल कमांडर गणपति के नाम से फोन करने वाले आरोपी भास्कर राव को जेल दाखिल करा दिया गया है. पुलिस ने उसके खिलाफ आईटी एक्ट और धमकी देने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. छत्तीसगढ़ पुलिस ने आरोपी को आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा से गिरफ्तार कर रायपुर लाई है, उसे कोर्ट में पेश किया गया.
मामले की प्रारंभिक सुनवाई के बाद कोर्ट ने भास्कर राव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. टाउन इंस्पेक्टर मोहसिन खान के मुताबिक भास्कर राव 1997 से कांग्रेस से जुड़ा है.
वर्ष 1999 में उसे विजयवाड़ा से विधानसभा चुनाव की टिकट भी मिली थी. लेकिन बी फॉर्म भरने में देरी की वजह से वह चुनाव नहीं लड़ पाया. उनके मुताबिक हाल ही में कर्नाटक चुनाव में उसे तीन जिलों में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी मिली थी. इस दौरान उसे भूपेश बघेल का नंबर मिला था.
आरोपी भास्कर राव ने पुलिस को बताया कि दरअसल उसे बघेल का नंबर चुनाव प्रचार के दौरान मिला था. बघेल कांग्रेस के प्रचार के लिए कर्नाटक के विभिन्न जिलों में गए थे.
आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने भूपेश बघेल को चार बार फोन किया था. लेकिन तीन बार मिस कॉल हो गया और चौथी बार उसकी 17 जुलाई को भूपेश बघेल से बात हो सकी. इससे पहले 14 जुलाई को एक बार और 16 जुलाई आरोपी ने भूपेश बघेल को फोन लगाया था.
मोहसिन खान के मुताबिक बिजनेस में नुकसान की वजह से भास्कर राव ने नक्सलियों के नाम पर अवैध उगाही की साजिश रची थी. व्यापार में नुकसान होने की वजह से भास्कर राव की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई और वो कर्जदार हो गया था. लिहाजा उसने भूपेश बघेल को चुनाव में मदद करने के नाम पर आर्थिक सहायता की उम्मीद से फोन किया था.
फिलहाल आरोपी भास्कर राव न्यायिक रिमांड पर जेल में है और पुलिस मामले की विवेचना कर उसके खिलाफ तमाम तथ्य जुटाने में लगी है. ताकि समय पर अदालत में चालान पेश किया जा सके.