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कांग्रेस में फूट का अंजाम, 'छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस' है जोगी की नई पार्टी का नाम

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ कांग्रेस मैदान में उतर गई है. अजित जोगी ने अपनी नई पार्टी का गठन कर इसे 'छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस' का नाम दिया है.

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अजित जोगी
अजित जोगी

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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खिलाफ कांग्रेस मैदान में उतर गई है. अजित जोगी ने अपनी नई पार्टी का गठन कर इसे 'छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस' का नाम दिया है, जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अजित जोगी के गढ़ मरवाही में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर जोगी कांग्रेस को चुनौती दी है.

विधिवत हुआ नई पार्टी के नाम का ऐलान
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का आखिरकार विभाजन हो गया. मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृह नगर कवर्धा स्थित ठाठापुर ग्राम में पूर्व सीएम अजित जोगी ने कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया. इस सम्मेलन में जोगी के समर्थक इकठ्ठा हुए, जहां विधिवत पार्टी के नाम का ऐलान किया गया.

कांग्रेस का कोई विधायक नहीं था मौजूद
जोगी ने अपनी पार्टी का नाम 'छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस' रखा है, हालांकि इस सम्मेलन में जोगी के विधायक पुत्र के अलावा कांग्रेस का कोई भी मौजूदा विधायक नजर नहीं आया. कुछ पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों की मौजूदगी में जोगी ने अपनी नई पार्टी का ऐलान किया.

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BJP से है जोगी की नई पार्टी का मुकाबला
अजित जोगी जल्द ही अपने संगठन का विस्तार करेंगे. उनके मुताबिक पार्टी का सीधा मुकाबला बीजेपी से है. जोगी ने कहा कि कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अब कांग्रेस से आम कार्यकर्ताओं की दिलचस्पी खत्म हो गई है.

जोगी की गृह नगर में कांग्रेस का सम्मेलन
उधर अजित जोगी के गृह नगर और गढ़ कहे जाने वाले मरवाही में कांग्रेस ने जबरदस्त रैली और कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया. इस सम्मेलन में जोगी को खरी-खोटी सुनाई गई. कांग्रेस का यह शक्ति परिक्षण अजित जोगी के प्रभाव को खत्म करने के लिए था.

'पार्टी से अलग हो जोगी का अब कोई भविष्य नहीं'
पार्टी के तमाम नेता इस सम्मेलन में मौजूद रहे. सभी ने मंच से यही कहा की कांग्रेस से जोगी की विदाई के बाद अब कोई गुटबाजी की स्थिति नहीं है और ना ही कांग्रेस से बाहर जाने के बाद जोगी और उनके समर्थकों का कोई भविष्य है.

छत्तीसगढ़ में त्रिकोणीय संघर्ष का अंदेशा
छत्तीसगढ़ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के बीच रस्साकसी की शुरुआत हो गई है. राज्य में वर्ष 2019 में विधान सभा चुनाव होने हैं. लिहाजा दोनों ही पार्टियां जी जान से अपना वर्चस्व बढ़ाने में जुटी हैं, हालांकि कांग्रेस में हुई इस फूट पर बीजेपी निगाह गड़ाए बैठी है. उसे अंदेशा है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच की लड़ाई कही त्रिकोणीय संघर्ष में ना फंस जाए.

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