छत्तीसगढ़ के कथित रूप से दो हजार करोड़ के शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को भिलाई स्टील प्लांट के एक कर्मचारी को उसकी मां के अंतिम संस्कार के दौरान गिरफ्तार किया है.
केंद्रीय एजेंसी के वकील ने कहा कि ईडी ने अरविंद सिंह को तब उठाया जब वह भिलाई शहर के एक श्मशान घाट में अपनी मां का अंतिम संस्कार कर रहे थे. ईडी के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि सिंह कथित तौर पर शराब सिंडिकेट से पैसे वसूल करता था और एक कूरियर के रूप में काम कर रहा था.
पांडे ने कहा, "अरविंद सिंह को धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) की धारा 50 के तहत बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था." ईडी ने भिलाई में उनके आवास पर एक नोटिस चस्पा कर उन्हें एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा था. सोमवार को जब अरविंद अपनी मां का अंतिम संस्कार करने भिलाई पहुंचे तभी ईडी ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
तीन साल की छुट्टी पर थे अरविंद सिंह
भिलाई स्टील प्लांट के महाप्रबंधक (जनसंपर्क विभाग) जैकब कुरियन ने बताया कि अरविंद सिंह कंपनी में एक वरिष्ठ यार्ड मास्टर थे और बीते तीन साल से अवकाश पर थे. 31 मार्च को उनकी छुट्टी खत्म हो गई थीं, लेकिन उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की.
कुरियन ने कहा, "हमने नोटिस भेजे थे, लेकिन अरविंद सिंह की ओर से कोई जवाब नहीं आया." उन्होंने कहा कि बहुत जल्द कंपनी का मैनेजमेंट आगे की कार्रवाई के बारे में फैसला करेगा.
मामले में चार लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
शराब घोटाला मामले में ईडी रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर समेत चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. मनी लॉन्ड्रिंग का मामला छत्तीसगढ़ और कुछ अन्य राज्यों में कथित कर चोरी और शराब के कारोबार में अनियमितताओं के संबंध में पहले दायर आयकर विभाग के आरोप पत्र से सामने आया है.