छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ सुकमा में बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया है. इसे ऑपरेशन 'प्रहार' का नाम दिया गया है. सुरक्षाबलों के अलावा एंटी नक्सल टास्क फोर्स और एयर फोर्स को भी इसमें शामिल किया गया है. शनिवार को तोंडामरका इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें एसटीएफ के 2 जवान शहीद हो गए हैं.
टुंडामरका के जंगलों में हुए एसटीएफ के रूटीन गश्त के दौरान सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच कई राउंड गोलियां चली. डीजीपी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी के मुताबिक 1500 से ज्यादा जवानों ने तोंडामरका इलाके में नक्सल ऑपरेशन चलाया है जिसमें पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. इलाके में अब भी तलाशी अभियान जारी है.
सुकमा का नक्सल प्रभावित इलाके में सुरक्षाबलों को एंटी नक्सल ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है. डीजीपी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी के मुताबिक टुंडामरका का इलाका नक्सलियों के लिए सबसे मुफीद माना जाता है और इसी वजह से सबसे पहले ऑपरेशन प्रहार को यहां लॉन्च किया गया है. साथ ही इस इलाके में एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सलियों को बड़ा नुकसान हुआ है.
इसी साल अप्रैल के महीन में सुकमा में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे. सुकमा में करीब 300 नक्सलियों ने हमला किया था. जिसमे सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे और 7 जख्मी हुए थे.
हाल ही में सुकमा जिले में पुलिस दल ने 13 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए 11 नक्सलियों पर बुरकापाल हमले में शामिल होने का आरोप है. गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला समेत अन्य मामले दर्ज हैं. उनको स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.