छत्तीसगढ़ में आईपीएल का लुत्फ उठा रहे दर्शकों को सट्टे का अच्छा खासा चस्का लग गया है. देर रात तक कई दर्शक दांव पर लगी सट्टे की रकम की वापसी की उम्मीद में विभिन्न होटलों और सटोरियों के नए ठिकानों का चक्कर काट रहे हैं. कई दर्शक ऐसे भी हैं जो सट्टे में रोजाना लाखों की रकम भी गवां रहे हैं. दरअसल सट्टे की रकम के तुरंत भुगतान की घर तक की सेवा के चलते बड़ी तादाद में क्रिकेट के दर्शकों को सट्टे की लत ने अपने काबू में कर लिया है.
ताजा मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर का है. यहां एक कार में सवार तीन सटोरिये लोगों को ऑनलाइन लगाए गए दांव की रकम चुकाने के लिए निकले थे. सट्टे की रकम को घर पर उपलब्ध कराने की सूचना मिलने के बाद बिलासपुर सिटी कोतवाली के एक सीएसपी ने उस कार और उसमें सवार सटोरियों की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की. सूचना पुख्ता थी लिहाजा सटोरिये पंद्रह लाख की सट्टा पट्टी और 35 हजार की नकदी के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गए. सुशील अग्रवाल, प्रकाश चंद सीदारा और अमजद खान नामक तीन सटोरियों को गिरफ्तार किया गया है.
तीनों के पास से कार समेत आधा दर्जन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप भी जब्त किया गया है. बताया जाता है कि जूनी लाइन अग्रसेन भवन के पास तीनों सटोरियों ने पहले तो कुछ एक ग्राहकों को नकद भुगतान किया फिर एक ग्राहक से पंद्रह लाख की बुकिंग और नकद 35 हजार रुपए लिए थे. पुलिस जब तक उनके पास पहुंचती तब तक वे सट्टे की बड़ी रकम का भुगतान कर चुके थे. यह भी बताया जा रहा है कि पुलिस कुछ समय पहले इन्हें धर दबोचती तो एक करोड़ से ज्यादा की नकद रकम इस कार से जब्त होती.
वहीं छत्तीसगढ़ के दुर्ग में भी दो सटोरिये पुलिस के हत्थे चढ़े. इनके पास से पंद्रह मोबाइल, एक करोड़ की सट्टा- पट्टी, दो लाख का एक चेक, दो लाख पैतीस हजार की नकद रकम बरामद हुई. ये दोनों सटोरिये रोजाना दस करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर रहे थे. फिलहाल प्रसून चौधरी और शैलू उर्फ शैलेंद्र मिश्रा को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है.
इधर रायपुर में भी एक डेली नीड्स की दुकान में हाईटेक तरीके से सट्टा खिलाते हुए तीन लोग हिरासत में लिए गए हैं. इनके पास से 74 हजार रुपए नकद, चार मोबाइल फोन और 85 लाख की सट्टा पट्टी बरामद की गई. शिवानंद नगर में हुई इस दबिश में इसी इलाके के पीयूष राजपूत और जितेंद्र चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया गया है.
दुर्ग रेंज के आईजी जीपी सिंह के मुताबिक दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, बेमेतरा और महासमुंद जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि सटोरियों के खिलाफ सूचना मिलते ही कार्रवाई की जाए. उन्होंने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की कि पहले क्रिकेट में सट्टे का कारोबार शहरी इलाकों में ही संचालित होता था लेकिन अब ग्रामीण इलाकों के लोग भी इसमें रुचि लेने लगे हैं. उन्होंने बताया कि सटोरियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में आईपीएल मैचों पर लगने वाले ऑनलाइन सट्टे का भुगतान समय पर घर पहुंच सेवा के कारण लोग दांव लगाने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. कई इलाकों में तो पुलिसकर्मियों की सांठगांठ से यह कारोबार जोरों पर चल रहा है. कई सटोरिये ऐसे भी हैं जिन्होंने पुलिस की नजरों से बचने के लिए नामी गिरामी होटलों और पॉश कॉलोनियों में अपने ठिकाने बना लिए हैं. ये सटोरिये अपनी हिफाजत के लिए आम ग्राहकों के बाजए कुछ चुनिंदा लोगों के ही दांव बुक कर रहे हैं. नए ग्राहकों की एंट्री पुराने ग्राहकों की गारंटी के बाद ही हो रही है. सटोरियों ने ग्राहकों और खुद के नंबरों को अपने मोबाइल फोन पर फीड किया हुआ है. नए नंबरों को वो रिसीव तक नहीं कर रहे हैं ताकि गोपनीयता बरकरार रहे. फिलहाल आईपीएल के मद्देनजर पुलिस ने भी सटोरियों को लेकर अपनी सक्रियता बढ़ाई हुई है. लेकिन तू डाल-डाल तो मैं पात- पात की तर्ज पर सटोरिये भी अपनी सजगता दिखा रहे हैं.