अगर आप छत्तीसगढ़ में रहते हैं और पद्मावत देखना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने पद्मावत देखने के इच्छुक लोगों से यह वादा किया है कि उनके और फिल्म के बीच में किसी हुड़दंगी को नहीं आने देंगे. दर्शक बेफिक्र होकर फिल्म देख सकते हैं.
छत्तीसगढ़ में फिल्म पद्मावत अपने पुरे जोर के साथ रिलीज होगी. रायपुर के आधा दर्जन थियेटर, दुर्ग और भिलाई में दो और बिलासपुर के चार थियेटरों में इसे दिखाया जाएगा. पुलिस ने दर्शकों को आश्वस्त किया है कि वे बेफिक्र होकर फिल्म का लुफ्त उठाएं. किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पुलिस टीम तैयार रहेगी.
पुलिस ने दर्शकों से कहा है कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. पुलिस टीम मोबाइल वैन के जरिए शहर में गश्त करेगी. रायपुर में PVR, INOX और टॉकीज में इस फिल्म के प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया जा रहा है. रायपुर के पुलिस अधीक्षक अमरेश मिश्रा के मुताबिक अगर कोई थियेटर मालिक स्वेच्छा से पद्मावत फिल्म प्रदर्शित ना करना चाहे तो उसकी मर्जी है. लेकिन सुरक्षा और डर की वजह से फिल्म पद्मावत का रिलीज नहीं रुकने दिया जाएगा.
छत्तीसगढ़ में इस फिल्म का छुटपुट विरोध हुआ. हालांकि यहां पर करणी सेना का कोई अस्तित्व नहीं है और ना ही राजपूत सेना जैसे कोई सशक्त संगठन हैं. फिर भी कुछ एक सामाजिक संगठन राजपूत राजघरानों का हवाला देकर सड़कों पर उतरने की तैयारी में हैं. छत्तीसगढ़ में इस फिल्म के रिलीज होने को लेकर कोई खतरा नहीं है. पुलिस ने सख्त चेतावनी दी है कि यदि कोई संगठन कानून हाथ में लेने की कोशिश करता है, तो पुलिस उसे सबक सिखाने में पीछे नहीं हटेगी.
पुलिस की एक टीम ने रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर के सिनेमाघरों का रुख किया और वहां कि सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया. रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरक्षक हालात पर निगाह रखे हुए हैं. उन्होंने हुड़दंगियों पर सीधी कार्यवाही करने के लिए पुलिस अधीक्षकों को फ्री हैंड कर दिया है. यह भी निर्देशीत किया गया है कि प्रदर्शन की आड़ में असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए. पुलिस के इस रुख के बाद प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त दिखाई दे रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि गुरुवार को पद्मावत अपने तय समय अनुसार दर्शकों का मनोरंजन करेगी.