छत्तीसगढ़ में गाय को लेकर राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस के कब्जे वाले रायपुर नगर निगम ने गाय को नगर माता घोषित कर दिया है. कांग्रेस का तर्क है कि ये सियासत नहीं बल्कि गाय को सही मायनों में सम्मान देने के लिए किया गया है. नगर निगम ने बाकायदा प्रस्ताव पारित कर गाय को नगर माता घोषित किया है.
रायपुर के मेयर प्रमोद दुबे ने कहा कि, 'क्या हम गायों के प्रति ईमानदारी से कुछ काम कर पाते हैं. सड़क पर कहना या समाज में कहना अलग बात होती है. हमें खुद यह सोचना चाहिए कि हम अपनी मां के लिए क्या करते हैं.'
दरअसल, रायपुर नगर निगम पर कांग्रेस का कब्जा है. इस दांव से कांग्रेस, बीजेपी को चित करना चाहती है. क्योंकि पिछले दिनों ही बीजेपी नेता की गोशाला में गायों की मौत पर खूब हंगामा हुआ था. यहां तक कि नेता जी हवालात तक पहुंच गए थे. अब गाय की बिसात पर सरकार बाजी बचाने में जुटी है तो कांग्रेस मात देने की फिराक में है.
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने 'आज तक' को बताया कि हमने निर्देशित किया है कि सभी गोशालाओं को देखने की जरूरत है. जिन गोशालाओं की मदद सरकार करती है, साथ ही उन गोशालाओं की भी जो सरकार की निगरानी में नहीं है, ताकि उनकी दिक्कतों का उपाय किया जो सकें और उन पर कार्रवाई की जा सके.
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल इसी बात पर तंज कसते हुए बोले कि 'मुख्यमंत्री रमन सिंह केवल राजनीती कर रहे हैं और हिंसा कर रहे हैं. बघेल ने कहा कि गाय के नाम से लोगों को मारना कौन सा धर्म है? उन्होंने कहा कि हम इस हिंसा का विरोध करते हैं अहिंसा में विश्वास रखते हैं.
बता दें कि गाय को नगर माता घोषित करने वाले प्रस्ताव को लेकर अब अफसर पसोपेश में हैं. क्योंकि किसी नियम-कायदे या संविधान में किसी जानवार को नगर माता घोषित करने का प्रावधान नहीं है.