कोरोना वायरस के इस दौर में मेडिकल स्टाफ को संक्रमण से कैसे बचाए रखा जाए, इसके लिए हर तरह की तकनीक अपनाई जा रही है. इसी क्रम में छत्तीसगढ़ में 'रोबोट नर्स’ बनाया गया है जो मरीजों तक दवाई और कपड़े सहित सभी आवश्यक सामग्री पहुंचाएगा.
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित 'रोबोट नर्स' का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुरक्षात्मक दृष्टि से बेहतर उपयोग के लिए निर्मित इस 'रोबोट नर्स' को एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) रायपुर के कोविड-19 वार्ड में उपयोग के लिए मौके पर ही सौंप दिया.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
यह रोबोट नर्स एक बार में एक निश्चित दूरी जैसे कि लगभग 90 फीट की लंबाई तक सामान पहुंचाने जैसे काम करने में सक्षम है. अस्पताल वार्ड में बिना किसी व्यक्ति के मरीज तक आवश्यक दवाइयां, कपड़े सहित खान-पान की सामग्रियों को पहुंचाने के साथ-साथ वापस लाने की सुविधा से युक्त है. इसके साथ ही रोबोट नर्स के माध्यम से अस्पताल में डॉक्टर और मरीज के बीच कैमरे व मोबाइल के जरिये फोटो, वीडियोग्राफी, वीडियो कॉलिंग और चैटिंग आदि भी की जा सकेगी.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
बता दें, छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 29 नए मामले मिले हैं. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में कोरोना प्रभावित सक्रिय मरीजों की संख्या 315 पहुंच गई है. वहीं अब राज्य में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 398 हो गई है, जिसमें से 83 लोग स्वस्थ हो कर घर लौट चुके हैं.