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छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर, ऑपरेशन जारी

इससे पहले छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. इनमें छह इनामी नक्सली भी शामिल थे, जिन पर कुल 11 लाख रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती इलाके में मंगलवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. माओवादी विरोधी अभियान के तहत निकली सुरक्षा बलों की टीम पर नक्सलियों ने हमला किया, जिसके बाद दोनों ओर से भारी गोलीबारी शुरू हो गई.

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घटना सुबह 08:00 बजे की है, जब जवानों ने घेराबंदी की तो नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में तीन नक्सली मारे गए. सुरक्षाबलों ने मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया. सूत्रों के अनुसार, अभी भी इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है, और मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी.

22 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

बीते दिनों छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. इनमें छह इनामी नक्सली भी शामिल थे, जिन पर कुल 11 लाख रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक बीजापुर पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में अयातु पुनम, पांडू कुंजाम, कोसी तामो, सोना कुंजाम और लिंगेश पडम पर दो-दो लाख रुपये का इनाम था, जबकि तिबरूराम मडवी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था.

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अयातु पुनम ने किया सरेंडर

पुलिस अधिकारी ने बताया कि अयातु पुनम प्रतिबंधित माओवादी संगठन की आंध्र-ओडिशा बॉर्डर (AOB) डिवीजन के प्लाटून नंबर 1 का सदस्य था. पांडू कुंजाम और कोसी तामो प्लाटून नंबर 9 और 10 में सक्रिय थे, जबकि सोना कुंजाम तेलंगाना राज्य समिति के प्लाटून सदस्य के रूप में कार्यरत था.

तिबरूराम मडवी जनताना सरकार का प्रमुख था, जबकि लखमा कडती दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन (DAKMS) का अध्यक्ष था. बाकी आत्मसमर्पण करने वाले निचले स्तर के नक्सली थे.

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