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छत्तीसगढ़: फूड पॉइजनिंग से 27 छात्राओं की बिगड़ी तबीयत

वहीं स्कूल आश्रम में ना तो कोई जिम्मेदार कर्मचारी है और ना ही आश्रम संचालिका. बताया जाता है कि जिम्मेदार कर्मचारियों के ना होने से महीने भर से इस आश्रम का संचालन रसोइए कर रहे हैं. पीड़ित छात्रा अंजू के मुताबिक रात्रि में सभी छात्राओं ने आलू गोभी की सब्जी और चावल खाया था. भोजन करने के करीब एक घंटे बाद सभी छात्राओं को पेट दर्द, सिर दर्द व लगातार उल्टियां होने लगी.

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फूड पॉइजनिंग की शिकार लड़कियां
फूड पॉइजनिंग की शिकार लड़कियां

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छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा इलाके के एक स्कूली छात्रावास में रह कर पढ़ाई कर रही 27 छात्राएं फ़ूड पॉइजनिंग की शिकार हो गईं. तबीयत बिगड़ने पर सभी छात्राओं को CRPF के जवानों ने अपनी गाड़ियों में बैठा कर अस्पताल में दाखिल कराया है. पीड़ित छात्राओं के मुताबिक मंगलवार की रात उन्होंने आलू गोभी की सब्जी और चावल खाया था. सभी छात्राओं को एर्राबोर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.

वहीं स्कूल आश्रम में ना तो कोई जिम्मेदार कर्मचारी है और ना ही आश्रम संचालिका. बताया जाता है कि जिम्मेदार कर्मचारियों के ना होने से महीने भर से इस आश्रम का संचालन रसोइए कर रहे हैं. पीड़ित छात्रा अंजू के मुताबिक रात्रि में सभी छात्राओं ने आलू गोभी की सब्जी और चावल खाया था. भोजन करने के करीब एक घंटे बाद सभी छात्राओं को पेट दर्द, सिर दर्द और लगातार उल्टियां होने लगीं.

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उन्होंने इसकी सूचना आश्रम से बाहर निकल कर कुछ राहगीरों को दी. इस बीच CRPF के जवान उनकी मदद के लिए आगे आये. उन्होंने फ़ौरन अपनी गाड़ियों और एम्बुलेंस से सभी पीड़ित छात्राओं को अस्पताल पहुंचाया. कोंटा के एसडीएम प्रदीप वैद्य के मुताबिक सभी छात्राओं की हालत अब बेहतर हैं. उन्होंने बताया कि छात्रावास के किचन से फ़ूड सैम्पल लिए गए हैं. उनके मुताबिक रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. 

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