कभी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के कलेक्टर रहे और अब वित्त मंत्री की कुर्सी संभाल रहे बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने एक ऐतिहासिक काम किया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार अपने साथ से खुद की हैंडराइटिंग में लिखा बजट विधानसभा में पेश किया. ओपी चौधरी ने जो बजट सोमवार (3 मार्च) को पेश किया है, वह पूरे 100 पेज का है.
बता दें कि अब तक छत्तीसगढ़ का बजट कंप्यूटर से टाइप किया हुआ ही पेश किया जाता था, लेकिन इस बार 100 पेज का यह दस्तावेज वित्त मंत्री ने खुद ही लिखा है. ओपी चौधरी ने अपने इस कदम को परंपरा और मौलिकता की तरफ एक कदम बताया है. उन्होंने डिजिटल युग में अपने इस काम के प्रतीकात्मक महत्व पर जोर दिया है.
पहले प्रयास में क्लियर किया था UPSC
बता दें कि ओपी चौधरी 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बन गए थे. उनके पिता दीनानाथ चौधरी टीचर थे. जब ओपी महज दूसरी कक्षा में थे, तब उनके सिर से पिता का साया उठ गया था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पैतृक गांव में पूरी की. इसके बाद भिलाई से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और सिविल सेवा की तैयारी में जुट गए. चौधरी ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्लियर किया और रायपुर के कलेक्टर भी रहे.
ओपी चौधरी हार गए थे पिछला चुनाव
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने खरसिया सीट से चुनाव लड़ा था, मगर भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, 2023 में ओपी चौधरी एक बार फिर मैदान में उतरे और उन्हें बीजेपी ने रायगढ़ से टिकट दिया.
2023 में ओपी चौधरी ने जीत दर्ज की और छत्तीसगढ़ में पूर्व बहुमत से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, जिसमें ओपी चौधरी को वित्त, वाणिज्यिक कर, आवास और पर्यावरण, योजना और आर्थिक एवं सांख्यिकी मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया.