कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरे के जरिए राहुल छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में से 25 सीटों को कवर करेंगे. आज अपने दौरे के दूसरे दिन राहुल गांधी मेगा रोड शो करेंगे. दुर्ग से माना विमानतल रायपुर रोड शो करीब 50 किलोमीटर का सफर तय करेगा. इसी के साथ राज्य में कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरुआत हो गई है.
दुर्ग से रायपुर के बीच रोड शो करीब 3.30 बजे शुरू होगी. रोड शो को सफल बनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता पूरा जोर लगा रहे हैं.हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 11 बजे बिलासपुर के बहतरई आउटडोर स्टेडियम में बूथ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद तीन बजे दुर्ग के पंडित रविशंकर शुक्ल स्टेडियम में बूथ कार्यकर्ताओं की बैठक करेंगे.
रोड शो के दौरान कई जगह राहुल गांधी का सम्मान समारोह किया जाएगा. शाम 4 बजे दुर्ग जिले के गांधी चौक, सरदार पटेल, सुपेला चौक, पावर हाउस अंबेडकर चौक, सिरसा चौक और कुम्हारी चौक में सम्मान समारोह का कार्यक्रम है.
इसके बाद रायपुर जिले में तातिबंद चौक, लखीमगढ़ चौक, रविशंकर विश्वविद्यालय और राजकुमार कॉलेज में भी सम्मान समारोह का कार्यक्रम रखा गया है.
गौरतलब है कि इसी साल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं. उसी समय मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी चुनाव होंगे. छत्तीसगढ़ की सत्ता पर पिछले 15 साल से बीजेपी काबिज है. कांग्रेस राज्य की चुनावी जंग को जीतने की हरसंभव कोशिश में जुट गई है. इसी कड़ी में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचे.
बता दें कि राहुल गांधी दौरे के पहले दिन किसानों और आदिवासियों के बीच पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए. गुरुवार को रायपुर में आयोजित पंचायती राज सम्मेलन में राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोलते हुए कहा था कि दोनों ने संवैधानिक संस्थाओं की धज्जियां उड़ा दी हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि आज संविधान को मजाक बना दिया गया है. बगैर बहुमत के कर्नाटक में बीजेपी ने अपनी सरकार बना ली है.
राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि भारत गरीब देश नहीं है बल्कि गरीबों का देश है. यहां लोगों को गरीब बनाया जा रहा है. देश का धन कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को बांटा जा रहा है. मनरेगा हो या फिर भूमि सुधार बिल उसने दोनों ही योजनाओं में जनता के अधिकारों को नौकरशाहों को सौंप दिया है.
राहुल गांधी ने पंचायतीराज की तारीफ करते हुए कहा था की यह कांग्रेस की देन है और इसे मजबूत बनाने में उनकी पार्टी ने हर सम्भव कोशिश की है. लेकिन सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने पंचायतीराज संस्थाओं को कमजोर करना शुरू कर दिया.